महाकुंभ पर गंगावतरण नृत्य नाटिका व सांस्कृतिक संध्या
स्वैच्छिक विवाह रजिस्ट्रेशन एवं विधिक परामर्श शिविर का आयोजन
गोमती बचाव अभियान के प्रारंभ का लिया गया संकल्प
वरिष्ठ समाजसेवियों,कामगारों को मिला सनातन शिरोमणि व गौरव सम्मान
लखनऊ। सनातन महासभा की ओर से झूलेलाल वाटिका, गोमती तट पर प्रत्येक पूर्णिमा पर आयोजित माघी पूर्णिमा पर आयोजित सनातन महासमागम एवं 135वी आदि गंगा माँ गोमती महाआरती का आयोजन बुधवार को किया गया। संत रविदास जयंती पर उनके द्वारा सभी को अन्न एवं 15वी शताब्दी में फैले अंधविश्वास व पाखंड को दूर करने के लिए याद भी किया गया।।
मंगलाचरण, स्वस्तिवाचन, पुष्पांजलि व शंखनाद के साथ 07 भव्य मंचो से पूज्य स्वामी आनंद नारायण जी, बाबा योग ज्योति व देवेंद्र शुक्ल के सानिध्य में हुई। महाआरती में मृदंग, मंजीरा, ढोल, तासे, शंख की ध्वनि से पूरा प्रांगण गुंजायमान रहा। अध्यक्ष डॉ. प्रवीण ने बताया कि महाआरती के पूर्व कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्ज्वलन व पूजन से हुआ और प्रद्युम्न व वेदांत बच्चों द्वारा शिवतांडव प्रस्तुत किया। इसके बाद महाकुंभ पर्व पर नवांशिका फाउंडेशन द्वारा निर्देशित गंगावतरण नृत्य नृत्य नाटिका का विशेष प्रस्तुति ने श्रद्धालुओ का मन मोह लिया। मद्य निषेध विभाग से जादू शो प्रस्तुत हुआ और सायं 4 बजे से आमजन के लिए निशुल्क दिव्यांग उपकरण रजिस्ट्रेशन, विधिक परामर्श शिविर एवं स्वैच्छिक विवाह रजिस्ट्रेशन शिविर का आयोजन संस्था द्वारा किया गया। वरिष्ठ समाजसेवियो में डॉ. राजेन्द्र पांडेय, डॉ. धर्मेंद्र सिंह, डॉ. शशि मिश्रा को सनातन शिरोमणि सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान से पूर्व 15 विशिष्ट समाजसेवियों का मंच पर भारतीय संस्कृति के अनुसार जन्म दिन व विवाह वर्षगांठ भी धूमधाम से मनाई गई। बाद में महाआरती का संयोजन कर रहे महासभा के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण व महासचिव देवेंद्र शुक्ल ने बताया महाआरती के बाद 501 दीपो से घाट दीवाली की तरह जगमगा उठा, साथ ही इस बार गोमती बचाव अभियान के अंतर्गत गोमती मैय्या को स्वच्छ बनाने का संकल्प कराया गया और हस्ताक्षर अभियान के साथ संघर्ष करने का निर्णय लिया गया और सभी ने राष्ट्रीय महासचिव देवेंद्र शुक्ल व बाबा योग ज्योति के नेतृत्व में नशा मुक्त भारत बनाये जाने हेतु संकल्प दीपो से सभी भक्तों को संकल्प कराकर गोमती मैया के गोद में दीपदान किया
इस भव्य कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता विकास मिश्र ने किया। कार्यक्रम के बाद में भक्तों ने माघी पूर्णिमा के अवसर पर भोजन प्रसाद ग्रहण किया। हर बार की तरह बाद में 11 सनातन पदाधिकारियों व सदस्यों को गंगाजल व कृपाण व तलवार देकर धर्म विस्तार हेतु संकल्पित कराया गया। इस मौके पर सी पी अवस्थी, रमेश चन्द्र बेरी, आशा सिंह, रामकिशोर शुक्ल, रवि कचरू, एड. शैलेन्द्र श्रीवास्तव, संजीव पांडेय, विजय मिश्र, डॉ. शशि मिश्रा रेनू सिंह मधुबाला, अर्जुन द्विवेदी, शोभित सिंह, रमाशंकर बाजपेयी, जस्सी शुक्ल, गीता पाल, रेनू शर्मा, मुकेश आनंद, पूनम तिवारी, आरती पांडेय, विश्वनाथ शुक्ल, अतुल तिवारी आदि मौजूद रहे।