मनकामेश्वर उपवन घाट 2.51 लाख दीपों से आलोकित हुई गोमती
लखनऊ। झिलमिल रोशनी से टिमटिमाते लाखों दीप, वेदियों पर आसीन पुजारी हाथों में आरती लिए हुए, पीछे विशेष प्रकार के परिधानों में साज सज्जा कर खड़ी महिलाएं और लड़कियां संगीत यंत्र बजाती हुईं, कार्तिक पूर्णिमा की पावन बेला पर शाम होते ही ऐसा मनभावन दृश्य देखकर लग रहा था कि गोमती तट पर मानों देवता उतर आए हों। पूरी भव्यता के साथ फूलों और रंग बिरंगी लाइटों से जगमगाते मनकामेश्वर उपवन तट पर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ महंत देव्या गिरि की अगुवाई में देव दीपावली पर महाआरती हुई। वहीं, शहर के अन्य घाटों पर भी देव दीपावली के आयोजन हुए। कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर सोमवार को देव दीपावली हर्षोल्लास के साथ शहर भर में मनाई गई। दीपों की झिलमिल रोशनी से गोमती किनारे विभिन्न तट जगमगाते रहे। घर-घर भगवान विष्णु के साथ तुलसी माता का पूजन हुआ। मंदिरों में पूजा.अर्चना के लिए भीड़ उमड़ती रही। पटाखों से एक बार फिर आसमान गूंजे। साथ ही सैकड़ों श्रद्धालुओं ने देवों को दीपकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
लखनऊ के पावन मनकामेश्वर उपवन घाट पर इस वर्ष की देव दीपावली 2025 का आयोजन अद्भुत भव्यता और श्रद्धा के साथ सम्पन्न हुआ।
पूरे घाट को लगभग 2 लाख 51 हजार दीपों से सजाया गया, जिससे सम्पूर्ण गोंमती तट दिव्य प्रकाश से जगमगा उठा। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही गोंमती माँ की भव्य आरती, जिसे महंत दिव्या गिरि जी द्वारा विधि-विधानपूर्वक संपन्न किया गया। उनकी मंगलमय उपस्थिति और भावपूर्ण आरती ने पूरे वातावरण को भक्ति और शांति से भर दिया। आरती के साथ ही रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियाँ हुईं, जिनमें नृत्य, भजन और लोक संस्कृति की झलक देखने को मिली। कार्यक्रम की सफलता में कार्य समिति के सदस्यों —जगदीश गुप्त अग्रहरि, सत्य प्रकाश गुलहरे, दीप प्रकाश, शेखर कुमार, राजीव श्रीवास्तव, अजय तिवारी, प्रेम तिवारी, अमित श्रीवास्तव, और मालिनी चतुवेर्दी —का विशेष योगदान रहा। इन सभी के समर्पण, सहयोग और व्यवस्थापन के कारण आयोजन अत्यंत सफल और अनुशासित रूप से सम्पन्न हुआ। घाट पर स्वच्छता, सुरक्षा और सेवा कार्यों की उत्कृष्ट व्यवस्था रही, जिसके लिए स्वयंसेवकों और आयोजन समिति के प्रयासों की सराहना की गई। देव दीपावली के इस अवसर पर लखनऊ वासियों ने एकता, आस्था और प्रकाश का सुंदर संदेश दिया। दीप से दीप जलाने की यह परंपरा गोंमती तट पर भारतीय संस्कृति और श्रद्धा का जीवंत प्रतीक बन गई।
रोशनी से नहाया मनकामेश्वर उपवन घाट :

दो लाख दीपकों की रोशनी से नहाया मनकामेश्वर उपवन घाट, परंपरा, आस्था और विश्वास की बही त्रिवेणी, नमोस्तुते मां गोमती से गुंजायमान वातावरण के साथ आदि गंगा गोतमी की आरती करते श्रद्धालु। बुधवार को कुछ ऐसा ही माहौल देव दीपावली पर शाम-ए-अवध में नजर आया। कार्तिक मास की पूर्णिमा के महात्म के बखान के बीच मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरि ने आरती कर माहौल को भक्ति से सराबोर कर दिया। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच आचार्यो ने विधान कराए तो पूरे परिसर में हजारों साल पुरानी सनातन संस्कृति एक बार फिर मुस्कुरा उठी। एक ओर जहां मनकामेश्वर उपवन घाट पर पहली बार गोबर के दीपकों से आरती कर उन्हें गोमती में प्रवाहित किया गया तो दो लाख मिट्टी के दीपकों से पूरा परिसर रोशनी से सराबोर हो उठा।
खदरा में देव दीपावली:
खदरा के शिव मंदिर घाट प ओम ब्राह्मण समाज के संयोजक धनंजय द्विवेदी के सानिध्य में आरती हुई। आशियाना परिवार के अध्यक्ष आरडी द्विवेदी के संयोजन में द्विवेदी पार्क के तुलसी वाटिका में देव दीपावली पर महापौर संयुक्ता भाटिया के अलावा अंजू रघुवंशी, शशि शर्मा, रमा द्विवेदी, नीलम शुक्ला, बीना अग्रवाल, प्रीति जैन व दीपा दीक्षित समेत परिस के सदस्यों ने आरती में हिस्सा लिया। राजेंद्र नगर के महाकाल मंदिर में श्रृंगार के साथ आरती की गई।
इसलिए होती है देव दीपावली:
पं. बिन्द्रेस दुबे ने बताया कि भगवान शिव ने त्रिपुर नामक असुर का वध कार्तिक पूर्णिमा को ही किया था और श्री विष्णु जी ने मत्स्य अवतार भी इसी दिन लिया था। देवताओं ने इसी दिन दीपावली मनाई थी। इसलिए इस दिन देव दीपावली मनाई जाती है।
यमुनाझील पार्क में सजे दीप, मनी देव दीपावली

लखनऊ । बुधवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर ऐशबाग के यमुनाझील पार्क में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी मोतीझील सनातन सेवा समिति एवं झील बचाओ अभियान के प्रयासों से देव दीपावली उत्सव पर्व का आयोजन किया गया जिसमे सैकड़ो की तादाद मे लोगों ने हिस्सा लिया ।
कार्यक्रम के मुख्य आयोजक गौरव वाजपेयी ने बताया कि हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन हम सब यहाँ देव दीपावली उत्सव मनाते हैं जिसमें पार्क में बने वरदानी हनुमान जी के मंदिर में महिलाओं द्वारा रंग बिरंगी रंगोलियां सजा कर तुलसी पूजन किया जाता है । इसके उपरांत मंदिर में पूजा अर्चना कर मंदिर परिसर व पार्क में सजे मिटटी के 7100 दीपों को जलाया गया । झील के किनारे रंगबिरंगी झालर और रंगीन फौव्वारों के बीच झिलमिल करते हजारों दीप और आकाशीय आतिशबाजी के दृश्य देख लोग अपने मोबाइल कैमरों में इस क्षण को कैद करते दिखे तो कुछ सेल्फी लेते भी दिखाई दिए । देव दीपावली उत्सव में हर आयु वर्ग के चेहरे पर खुशी दिखाई दे रही थी । कोई मंच पर चल रही सांस्कृतिक संध्या में भजन और नृत्य का आनंद ले रहा था तो कोई दीपोत्सव व आतिशबाजी का भजन संध्या गायक एसपी साहू व उनके साथी कलाकारों ने प्रस्तुत की। भजन संध्या का शुभारंभ गणपति वंदना से हुआ इसके बाद हनुमान चालीसा कर दीपोत्सव आरंभ किया गया। कार्यक्रम मे गौरव वाजपेयी , गनेश कनौजिया , दिनेश , संतोष श्रीवास्त, संजय श्रीवास्तव, जितेंद्र राजपूत, उमाशंकर सिंह, सचिन जयसवाल, घनश्याम गुप्ता , रमेश दीक्षित , अमन त्रिपाठी समेत सैकड़ो गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे ।
कार्तिक पूर्णिमा पर 144वी गोमती महाआरती व सनातन समागम का आयोजन

देव दीवाली पर गोमती बचाव दीपदान संकल्प
असंख्य दीपों से रोशन हुआ झूलेलाल घाट
लखनऊ। सनातन महासभा की ओर से कार्तिक पूर्णिमा पर सनातन समागम एवं 144 वीं आदि गंगा माँ गोमती महाआरती का आयोजन बुधवार को झूलेलाल वाटिका, गोमती तट पर किया गया। मंगलाचरण, स्वस्तिवाचन, पुष्पांजलि व शंखनाद के साथ 07 भव्य मंचो से पूज्य स्वामी आनंद नारायण जी,स.परविंदर सिंह, कुमार अशोक पांडेय, पूर्व आईएएस आशा सिंह के सानिध्य में हुई। महाआरती में मृदंग, मंजीरा, ढोल, तासे, शंख की ध्वनि से पूरा प्रांगण गुंजायमान रहा। अध्यक्ष डॉ. प्रवीण ने बताया कि महाआरती के पूर्व कार्तिक पूर्णिमा पर गोमती बचाव को लेकर सामूहिक संकल्प और गुरु नानकदेव जी की जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद श्री गणेश वंदना के साथ प्रकृति संवर्धन हेतु गोमती बचाव अभियान को आगे बढ़ाने हेतु चर्चा की गयी।
बाद में शुभम व श्वेता के नेतृत्व में भरतनाट्यम नृत्य के साथ सामूहिक नृत्य प्रस्तुति हुई साथ ही शशि सिंह, मीरा तिवारी व गीता निगम ने भजन प्रस्तुत किये और महिलाओं व बच्चो ने सनातन संस्कृति के जानने हेतु रामायण, गीता, शरीर विज्ञान प्रतियोगिता में भाग लिया और उनमें से कुछ लोगो को पुरुस्कार भी दिए गए। महाआरती का संयोजन कर रहे महासभा के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण व प्रदेश अध्यक्ष रवि कचरू ने बताया महाआरती के बाद संकल्पों के साथ 1101 दीपो से घाट दीवाली की तरह जगमगा उठा। संचालन प्रवक्ता विकास मिश्र ने किया। अंत में कार्तिक पूर्णिमा पर लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर 11 सनातन पदाधिकारियों व सदस्यों को गंगाजल व कृपाण व तलवार देकर धर्म विस्तार हेतु संकल्पित कराया गया तथा पूर्व वाईस चैयरमैन,अल्पसंख्यक आयोग स0 परविंदर सिंह व समाजसेवी श्वेता को सनातन गौरव सम्मान से सम्मानित भी किया गया।
इस मौके पर प्रवक्ता विकास मिश्र,प्रदेश अध्यक्ष रवि कचरू,सुधांशु शुक्ल, तेजस्वी गिरी, पल्लवी सिंह, अंजनी पांडेय, रामकिशोर शुक्ल, एड0 शैलेन्द्र श्रीवास्तव, संजीव पांडेय, विजय मिश्र, पूनम शर्मा, रेनू सिंह, मधुबाला, अर्जुन द्विवेदी, शोभित सिंह, सुनीता गोस्वामी, रेनू शर्मा, पूनम तिवारी, आरती पांडेय,रामकिशोर मिश्र,विजय मिश्र,, विश्वनाथ शुक्ल,मीरा तिवारी,अतुल तिवारी, राकेश अग्रवाल,अंजलि तिवारी शक्ति सिंह, आदि मौजूद रहे।





