घाट भक्तिमय और अलौकिक ऊर्जा से भर उठा
लखनऊ। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के अति पावन अवसर पर, मनकामेश्वर सेवा गोमती के तत्वावधान में, मनकामेश्वर उपवन घाट पर गोमती आरती का भव्य आयोजन किया गया। इस विशेष आरती में पूज्य महंत दिव्यागिरी जी महाराज के नेतृत्व में ग्यारह (11) वेदियों पर दीप प्रज्वलित कर मां गोमती का पूजन किया गया। दत्त भगवान का विशेष पूजन एवं मंत्रोच्चार आरती के आरंभ से पूर्व, पूर्णिमा तिथि के महत्व को समझते हुए भगवान दत्तात्रेय का विशेष पूजन किया गया। इस दौरान, गौरजा गिरी जी ने वैदिक मंत्रों का शुद्ध उच्चारण किया, जिससे पूरा घाट भक्तिमय और अलौकिक ऊर्जा से भर उठा।
महंत दिव्यागिरी जी ने इस अवसर पर कहा कि, गोमती नदी हमारी जीवनदायिनी है और इसकी शुचिता बनाए रखना हम सभी का परम धर्म है। मार्गशीर्ष पूर्णिमा का यह पावन अवसर हमें मां गोमती की सेवा के लिए और अधिक प्रेरित करता है। इस भव्य आयोजन में शहर के कई गणमान्य व्यक्तियों और भक्तों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। आरती में मुख्य रूप से उपमा पाण्डेय, अंकुर पाण्डेय, नीतू, ज्योति, सचिन, पीयूष, विजय लक्ष्मी सहित बड़ी संख्या में भक्तगण मौजूद रहे, जिन्होंने मां गोमती की आराधना कर पुण्य लाभ अर्जित किया। यह आयोजन मनकामेश्वर सेवा गोमती के पर्यावरण और धर्म के प्रति समर्पण को दशार्ता है, जिसका उद्देश्य गोमती तट को पवित्र बनाए रखना और गंगा आरती की तर्ज़ पर इस आरती को एक पहचान दिलाना है।





