नई दिल्ली। भारत ने बृहस्पतिवार को राजस्थान के पोखरण में तीसरी पीढ़ी की टैंक रोधी गाइडेड मिसाइल नाग का अंतिम परीक्षण सफलतापूर्वक किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इसे सामरिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में हथियार तैनात करने का रास्ता साफ करने के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित यह मिसाइल दिन और रात दोनों समय दुश्मन टैंकों से भिडऩे में सक्षम है। डीआरडीओ ने कहा कि गुरुवार सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर पोखरण रेंज से मिसाइल का अंतिम परीक्षण किया गया।
डीआरडीओ ने कहा, हथियारों से लैस मिसाइल से एक तय दूरी पर रखी गई टैंक पर निशाना साधा गया। यह प्रक्षेपण नाग मिसाइल के वाहक नामिका से किया गया और इसने लक्ष्य को सटीक तरीके से भेद दिया। यह मिसाइल अंतिम परीक्षण के बाद उत्पादन के चरण में पहुंच गई है।
डीआरडीओ ने कहा, सार्वजनिक क्षेत्र का रक्षा उपक्रम भारत डायनेमिक्स लिमिटेड इसका उत्पादन करेगा जबकि नामिका का उत्पादन मेडक आयुध कारखाने में किया गया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और भारतीय सेना को नाग मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए बधाई दी है।