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आतंकी जैसा व्यवहार किया जाएगा विकास के साथ- आईजी
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फरार होते वक्त कई बार कार बदली उसने : एसटीएफ
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इनाम राशि बढ़ाकर की गयी एक लाख रुपये
लखनऊ। कानपुर पुलिस हत्याकाण्ड में तीसरे दिन भी पुलिस खाली हाथ है। कुख्यात अपराधी विकास दूबे कहां है? उसने कहां शरण ले रखी है? हालांकि उस पर इनाम राशि पचास हजार से बढ़ाकर एक लाख कर दी गयी है। नेपाल समेत सभी सीमाओं पर उसके फोटा चस्पा करा दिये गये हैं। प्रारंभिक छानबीन में एसटीएफ को ये पुख्ता जानकारी मिली है कि पुलिस को चकमा देने के लिए उसने फरारी के समय कई बार वाहन बदले। इनमें से एक वाहन लावारिश हालत में शनिवार को औरैया में मिला था। उसमें एक मोबाइल फोन बरामद किया गया था जिसमें बारे में एसटीएफ छानबीन कर रही है।
मध्य प्रदेश के अलावा दिल्ली और हरियाणा में होने का अनुमान
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक विकास के मध्य प्रदेश के अलावा दिल्ली और हरियाणा में होने का अनुमान है। इसके लिए तकरीबन आधा दर्जन टीमें तीनों जगह कैम्प किये हुए हैं। मध्य प्रदेश पुलिस से इसके लिए मदद ली जा रही है। एसटीएफ की माने तो विकास ने घटना के बाद से कोई भी मोबाइल इस्तेमाल नहीं किया है। इसी के चलते उसकी सटीक लोकेशन नहीं मिल पा रही है। डीआईजी एसटीएफ अनंत देव के मुताबिक विकास के बारे में कुछ अहम जानकारियां मिली हैं, उसे शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
कानपुर पुलिस हत्याकांड के तीसरे दिन आईजी रेंज उधर, कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल तीसरी बार रविवार को फिर बिकरू गांव पहुंचे। वहां उन्होंने विकास दुबे के जमींदोज किलानुमा मकान का निरीक्षण किया और तयखाना देखा। आॅपरेशन विकास की गतिविधियों के बारे में उन्होंने कहा कि तीन और प्रदेशों राजस्थान, हरियाणा और बिहार में भी पुलिस टीमें बनाकर भेजी गयी हैं। इन सभी प्रदेशों के आईजी और डीआईजी सीधे संपर्क में हैं।
मोहित अग्रवाल ने कहा कि जल्द ही विकास पुलिस के शिकंजे में होगा। यह किसी आतंकी घटना से कम नहीं है। विकास के साथ वही सुलूक होगा जो एक आतंकवादी के साथ होता है। नेस्तनाबूत किले से बरामदगी के सवाल पर आईजी ने कहा कि जल्द ही बड़ा खुलासा किया जाएगा। पुलिस को सूचना थी कि विकास दुबे ने अपने घर में भारी मात्रा में आधुनिक हथियारों को दीवारों, तयखाने और सुरंग में छिपा रखा है। छानबीन जारी है।
चौबेपुर थाने का हर पुलिसकर्मी रडार पर
आईजी ने दो टूक कहा कि चौबेपुर थाने से पुलिस की कार्रवाई लीक हुई है, इसके पुख्ता सबूत मिल चुके हैं। पूरे थाने के ही पुलिसकर्मी की जांच होगी। मोबाइल कॉल डिटेल जुटाई जा रही है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ पुलिस हत्याकांड का षड्यंत्र रचने का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
एडीजी बोले, जल्द ही शिकंजे में होगा मोस्टवांटेड
रविवार को बिकरु गांव पहुंचे एडीजी जोन जय नारायण सिंह ने बताया कि आपराधिक इतिहास के बाद भी परिवार व नजदीक के लोगो को असलहों का लाइसेंस कैसे दिया गया है, इसकी जांच की जा रही है। 11 असलहों की जांच की जा रही है। औरेया में जो गाड़ी मिली है, उसकी जांच की जा रही है। गाड़ी में एक मोबाइल मिला है। गाड़ी से जुड़े परिवार से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही मोस्टवांटेड तक पुलिस पहुंच जाएगी।
गांव के सैकड़ों मकानों में लग गए ताले, हर तरफ सन्नाटा
घटना के बाद से विकास दुबे के गांव बिकरू से सैकड़ों परिवार घरों में ताला लगाकर चुपचाप भाग निकले हैं। लोगों में दहशत है कि पुलिस कहीं नजदीकी होने के नाते उनके खिलाफ भी कार्रवाई न कर दे। जो लोग गांव में हैं भी, वे घरों से नहीं निकल रहे। चारों ओर सन्नाटा छाया हुआ है। सैकड़ों घरों में ताला लटका हुआ है। गाय-भैंस और बकरियां बाहर बंधी मिलीं।
ऐसा लगा कि आनन-फानन में जान बचाकर परिवार भागे हैं। कई घरों के बाहर बंधे मवेशी भूख से बेहाल होकर चिल्लाए तो पड़ोसियों ने चारा दिया। जिन घरों में ताला नहीं है, वहां महिलाएं या बुजुर्ग ही मिले। वे भी घर के अंदर ही कैद हैं। पुरुष रिश्तेदारों या नजदीकी के यहां पलायन कर गए हैं। कई घरों में तो दहशत के चलते चूल्हे तक नहीं जले।