तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री से एक दुखद खबर आई है, जिसने पूरे सिनेमा जगत को शोक में डुबो दिया है। अपने अनोखे किरदारों और दमदार किरदार से दर्शकों के दिलों में जगह बनाने वाले अभिनेता और कॉमेडियन फिश वेंकट अब इस दुनिया में नहीं रहे। बताया जा रहा है कि वे लंबे समय से गुर्दे की बीमारी से जूझ रहे थे और 52 साल की अल्पायु में ही उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली।
फिश वेंकट अपनी कद-काठी और दमदार आवाज़ के कारण परदे पर अक्सर खूंखार खलनायक, डरावने गैंगस्टर या डॉन के रूप में नज़र आते थे। उनके इस ‘खूंखार’ चेहरे के पीछे एक विनम्र और सौम्य व्यक्ति छिपा था, जिसे फिल्म सेट पर और वास्तविक जीवन में हर कोई बेहद पसंद करता था। स्क्रीन पर उनका विलन वाला अवतार, अक्सर एक छुपे हुए कॉमेडी तत्व के साथ होता था, जो दर्शकों को गुदगुदाता भी था और डराता भी था।
अपने करियर में 100 से ज़्यादा फिल्मों में काम करने वाले फिश वेंकट ने अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। उनका फिल्मी डेब्यू साल 2003 में रवि तेजा अभिनीत फिल्म ‘वीदे’ से हुआ था। हालांकि, फिल्म ‘धी’ में ‘धी’ नाम का गुंडा उनका सबसे लोकप्रिय किरदार बना, जिसने उन्हें घर-घर में पहचान दिलाई। उस फिल्म में उन्होंने खलनायक के रूप में अपनी अमिट छाप छोड़ी थी और उनका संवाद कहने का अंदाज़ काफी पसंद किया गया था।
फिश वेंकट के निधन से तेलुगु फिल्म उद्योग में शोक की लहर दौड़ गई है। इंडस्ट्री के कई सितारों और उनके प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है और उन्हें एक अद्भुत कलाकार के रूप में याद किया है। उनका जाना तेलुगु सिनेमा के लिए एक बड़ी क्षति है, खासकर ऐसे समय में जब इंडस्ट्री में वर्सेटाइल कैरेक्टर एक्टर्स की हमेशा जरूरत बनी रहती है। उन्हें उनके दमदार किरदारों और सिनेमा में दिए गए योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा।