ज्ञानदान पूर्वजों के लिये सच्ची श्रद्धांजलि है : उमानन्द शर्मा
लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत पॉयनियर मॉन्टेसरी स्कूल, लखपेड़ा बाग के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 442वाँ ऋषि वाङ्मय की स्थापना का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार की सक्रिय कार्यकर्त्री श्रीमती रत्ना श्रीवास्तव ने अपने दिवंगत जीवन साथी स्व. विकास श्रीवास्तव की स्मृति में भेंट किया तथा सभी छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को अखण्ड ज्योति (हिन्दी) पत्रिका भेंट की। इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि ज्ञानदान पूर्वजों के लिये सच्ची श्रद्धांजलि है। कार्यक्रम संस्थान की प्रधानाचार्या श्रीमती सोनिका मिश्रा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर गायत्री ज्ञान मंदिर के प्रतिनिधि देवेन्द्र सिंह, डॉ. नीलम गुप्ता, श्रीमती रत्ना श्रीवास्तव तथा पॉयनियर डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीके तिवारी, संस्थान की प्रधानाचार्या श्रीमती सोनिका मिश्रा, संस्थान के प्रबन्धक बृजेन्द्र सिंह सहित शिक्षक शिक्षिकायें एवं छात्रगण मौजूद थे।