लखनऊ। इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के क्षेत्रीय केन्द्र की ओर से वेबिनार के माध्यम से एक चर्चा का आयोजन गुरुवार को किया गया, जो कोविड-19 के उपरान्त उद्यमिता के उभरते क्षेत्र पर आयोजित हुई।
इसमें मुख्य वक्ता के रूप में टाइफेक के कार्यकारी निदेशक डॉ. प्रदीप श्रीवास्तव रहे। टाइफेक देश के तकनीकी विकास को लेकर काम करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय को तकनीकि सलाह देने वाली भारत की एक शीर्ष संस्था है। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि युवाओं को क्लीन इनवायरमेंट टेक्नोलॉजी, बायो डिग्रेडेबल उत्पाद, कृषि व चिकित्सा से जुड़े क्षेत्रों की ओर अपना ध्यान आकर्षित करना चाहिए। साथ ही ऑनलाईन लर्निंग व डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में भी नये अवसरों की तलाश करनी चाहिए।
उन्होनें क्षेत्रीय केन्द्र द्वारा ऑनलाईन लर्निंग माध्यमों का प्रयोग करते हुए विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन करने के लिए प्रसंशा की।
सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ. कीर्ति विक्रम सिंह ने बताया कि क्षेत्रीय केन्द्र का यह प्रयास है कि विद्यार्थियों को लॉकडाऊन के दौरान उनके कैरियर से सम्बन्धित नयी जानकारियां ऑनलाइन माध्यमों का प्रयोग करके प्रदान की जाती रहें। आज का व्याख्यान इसी क्षेत्र में एक प्रयास है।
क्षेत्रीय निदेशक डॉ. मनोरमा सिंह ने कहा कि क्षेत्रीय केन्द्र हर दिन विभिन्न विषयों पर वेबिनार का आयोजन कर रहा है और ऐसा आगे भी किया जाता रहेगा। आज के कार्यक्रम में विभिन्न विषयों के लगभग 100 विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस अवसर पर डॉ. करूनेश तिवारी और मो. जुबैर खान ने भी अपनी बात रखी।