लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कोविड से बचाव व इलाज की प्रभावी व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केसेज की संख्या तेजी से कम हो रही है। इसे और कम करने के लिए प्रभावी प्रयास किये जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि कोविड के प्रति अभी भी पूरी सतर्कता बरतना ज़रूरी है।
मुख्यमंत्री यहां लोक भवन में एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में टेस्टिंग और कांटेक्ट ट्रेसिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसे ध्यान में रखकर कांटेक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग का कार्य पूरी सक्रियता से जारी रखा जाये। बैठक में बताया गया कि रेहड़ी और खोमचे वालों की कोरोना टेस्टिंग के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
योगी ने कहा कि कोरोना संक्रमण में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज किये जाने के मद्देनज़र यह ज़रूरी हो गया है कि सभी अस्पतालों में सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं सुचारु ढंग से चलायी जायें। यह सुनिश्चित किया जाये कि आमजन को इलाज कराने में कोई असुविधा न हो। सभी चिकित्सा संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में सर्जरी सहित अन्य इलाज की व्यवस्थाओं को प्रभावी ढंग से किया जाये।
दूसरी तरफ, प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि फ्रंट लाइन कर्मियों के कोविड वैक्सीनेशन का काम गुरुवार, शुक्रवार और 18 फरवरी को किया जायेगा। प्रदेश में फोकस सैंपलिंग का अभियान फिर से चलाया जा रहा है। यह अभियान बुधवार से 24 फरवरी तक चलाया जायेगा। इस अभियान के तहत बुधवार को रेस्टोरेंट में काम करने वाले लोगों की फोकस टेस्टिंग की जा रही है।
उन्होंने बताया कि गुरुवार को फल सब्जी विक्रेता, शुक्रवार को टैम्पों थ्री व्हीलर रिक्शा, 13 फरवरी को सरकारी एवं निजी बस चालकों का, 14 फरवरी को स्वीट शाॅप और 15 फरवरी को नारी निकेतन व वृद्धाश्रम, 16 फरवरी को जेलों में, 17 फरवरी को सरकारी व निजी दफ्तरों में, 18, 19 व 20 फरवरी को मलिन बस्तियों में फोकस सैम्पलिंग के माध्यम से कोविड संक्रमित लोगों की पहचान की जायेगी। इसके अलावा अगले चार दिनों के लिए अलग से स्थान चिन्हित किये जायेगें।