सात-दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव का भव्य समापन
देश-दुनिया की सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों को नगद पुरस्कार से नवाजा गया
लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में आयोजित सात-दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-2025) आज सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में सम्पन्न हो गया। मुख्य अतिथि श्रीमती आनंदीबेन पटेल, महामहिम राज्यपाल, उ.प्र. ने दीप प्रज्वलित कर समापन समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर देश-दुनिया की सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों को विभिन्न श्रेणियों में नगद पुरस्कार से नवाजा गया। इस भव्य समारोह में बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु पधारे अभिनेता श्री रवि भूषण, अभिनेता श्री हेमवंत तिवारी, अभिनेत्री सुश्री रूई जलगाँवकर एवं अभिनेत्री सुश्री आरोशिखा डे ने अपने उपस्थिति से समारोह की गरिमा में चार-चाँद लगा दिया। इसके अलावा, बाल फिल्मोत्सव के अन्तिम दिन देश-विदेश की शिक्षात्मक बाल फिल्मों का नि:शुल्क प्रदर्शन हुआ।
बाल फिल्मोत्सव के समापन अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि महामहिम श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि शैक्षिक बाल फिल्में बच्चों के सर्वांगीण विकास में महती भूमिका निभाती हैं। बच्चों के चरित्र निर्माण हेतु सी.एम.एस. का यह प्रयास अत्यन्त प्रशंसनीय है। अच्छी फिल्में बच्चों के कोमल मन पर गहरा असर डालती हैं, बच्चों को अच्छे विचार मिलते हैं और वे मानवीय मूल्यों को समझ पाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि चरित्र निर्माण व जीवन मूल्य भी शिक्षा का ही अभिन्न अंग है और यही भावना इस फिल्म फेस्टिवल में देखने को मिल रही है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि व अन्य गणमान्य अतिथियों का हार्दिक स्वागत-अभिनंदन करते हुए सी.एम.एस. प्रबन्धक प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने कहा कि सी.एम.एस. संस्थापक स्व. डा. जगदीश गाँधी जी ने बाल फिल्मोत्सव की शुरूआत इस उद्देश्य से की थी कि भावी पीढ़ी चरित्रवान बने और जाति, रंगभेद व धर्म की सीमाओं से ऊपर उठकर समस्त मानवता के प्रति प्रेम, सद्भावना व भाईचारे के भाव से विश्व नागरिक बने। सी..एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. भारती गाँधी ने हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि फिल्म समेत कई क्षेत्रों की महान हस्तियों ने यहाँ आकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया और इस महोत्सव को अभूतपूर्व सफल बनाया। अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव में पधारी फिल्म जगत की प्रख्यात हस्तियों ने अपने संबोधन में एक स्वर से कहा कि सी.एम.एस. का यह बाल फिल्म महोत्सव एक ऐतिहासिक आयोजन है जो प्रेरणादायी बाल फिल्मों के माध्यम से बच्चों को सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण कर रहा है।
आई.सी.एफ.एफ.-2025 के पुरस्कार वितरण समारोह में आज विभिन्न देशों की सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों को अलग-अलग श्रेणियों में नगद पुरस्कार से नवाजा गया। बेस्ट चिन्ड्रेन फीचर फिक्शन अवार्ड रूस की बाल फिल्म व्हेअर द व्हाइट क्रेन्स डान्स को मिला। पुरस्कार स्वरूप इस बाल फिल्म को गोल्डेन ट्राफी व प्रशस्ति पत्र एवं फिल्म के निमार्ता व निर्देशक को एक-एक लाख रुपए से नवाजा गया। बेस्ट शार्ट फिक्शन फिल्म का अवार्ड अमेरिकी बाल फिल्म गोल्ड मेडल को मिला। पुरस्कार स्वरूप इस बाल फिल्म को सिल्वर ट्राफी व प्रशस्ति पत्र एवं फिल्म के डायरेक्टर को 60,000 रुपए एवं प्रोड्यूसर को 40,000 रुपए से नवाजा गया। बेस्ट शार्ट एनीमेशन फिल्म का अवार्ड नार्थ मैसीडोनिया की बाल फिल्म 17 ओ क्लाक को मिला। इस बाल फिल्म के निर्देशक व निमार्ता को भी क्रमश: 60,000 रुपए एवं 40,000 रुपए एवं सिल्वर ट्राफी व प्रशस्ति पत्र से नवाजा गया। इसी प्रकार, बेस्ट शार्ट डाक्यूमेन्ट्री फिल्म का पुरस्कार ताईवान की बाल फिल्म द हार्वेस्ट डे – द लांगन ब्वाय को मिला। इस फिल्म के निर्देशक व निमार्ता को भी क्रमश: 60,000 रुपए एवं 40,000 रुपए एवं सिल्वर ट्राफी व प्रशस्ति पत्र से नवाजा गया। ज्यूरी अवार्ड की श्रेणी में डा. जगदीश गाँधी मेमोरियल स्पेशल ज्यूरी अवार्ड तजाकिस्तान की बाल फिल्म लाइफ इज ब्यूटीफुल को मिला। इस फिल्म के निर्देशक व निमार्ता को भी क्रमश: 60,000 रुपए एवं 40,000 रुपए एवं सिल्वर ट्राफी व प्रशस्ति पत्र से नवाजा गया।
अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव के समापन अवसर पर फेस्टिवल डायरेक्टर श्री आर. के. सिंह ने फिल्म फेस्टिवल की अपार सफलता हेतु लखनऊ के जनमानस का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि महोत्सव में प्रदर्शित की गई शिक्षात्मक बाल फिल्में बच्चों के उज्जवल भविष्य में मील का पत्थर साबित होंगी।