लखनऊ। लोबान के धुएं से मां की आरती-पूजन के बीच ढाकियों की थाप ने शुक्रवार को शहर में कोलकाता की झलक से रूबरू कराया। दिन में हुई विशेष महाअष्टमी पूजन ने उल्लास दोगुना किया। मां की स्तृति के लिये पंडाल दोपहर से ही खचाखच भरे रहे। चंडी स्वरूपा मां दुर्गा की विशेष पूजा-अराधना संधि पूजा पंडालों में की गई। बुराईयों के नाश के लिये मां दुर्गा का ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी, दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तु ते।। मंत्र पढ़ा गया। यहां कोलकाता से आए पंडित जी ने विशेष पूजा कराई। विशेष आयोजन रामकृष्ण मठ में हुआ।
पूजा पंडालों में 108 दी, जलाकर ऊं के रुप में सजाये गये और 108 कमल के फूलों से मां की पूजा की गई। सुबह छह साल की बालिका को मां दुर्गा की प्रतिमा के सामने बैठाकर देवी रूप में उनका पूजन किया गया। उनको उपहार स्वरूप विशेष परिधान भी भेंट किए गए। शहर की लगभग सभी दुर्गा पूजाओं में संधि पूजा की गई। पूजा के बाद ढाक के धुनें बजना शुरू हुई और शाम को धुनिचि नृत्य ने माहौल बना दिया। पंडालों में पूजा करने वाले पंडितों ने भक्तों को बताया कि संधि पूजा हमारे हृदय में विराजमान आसुरी प्रवृत्तियों के विनाश का प्रतीक है और हमें दिव्य रूप में बदलने का सूचक है। सामूहिक रूप से भक्तों ने श्री दूर्गा मां को पुष्पांजलि अर्पित की और बाद में पका हुआ प्रसाद भक्तों को वितरित किया गया। विद्यांत दुर्गा पूजा, सुंदरबाग, मॉडल हाउस, जानकीपुरम सहारा स्टेट, भूतनाथ इंदिरानगर, रवीन्द्रपल्ली, रामनगर आलमबाग, सेवाग्राम कालोनी चारबाग समेत सभी मुख्य पूजा पंडालों में संधि पूजा में बड़ी संख्या में बंगाली परिधान पहने महिलाएं उपस्थित रहीं। बादशाह नगर दुर्गा पूजा कमेटी की प्रिया सिन्हा ने बताया कि दोपहर 3:36 बजे से पूजा शुरू हुई और शाम 4:24 बजे तक चली। पूजा में 108 दीपक, 108 कमल पुष्प, 108 गुड़हल के पुष्प और 108 बेलपत्रों के साथ ही धुनुचि आरती हुई। इसके बाद भोग का वितरण किया गया। सुबह ढाक की धुन पर धुनुचि आरती के साथ आलमबाग के सिंधी स्कूल में सुबह विशेष पाठ किया गया तो कानपुर रोड एलडीए कालोनी के खजाना में बी घोष के संयोजन में पूजा हुई।
108 दीपकों के साथ हुई संधि पूजा:
ट्रांसगोमती नगर दुर्गा पूजा एवं दशहरा कमेटी के संयोजक ने बताया कि अलीगंज के चंद्रशेखर पार्क के सामने 108 दीपकों के साथ संधि पूजा हुई और प्रसाद वितरण किया गया। गोमती नगर के विकल्प खंड स्थित शिव मंदिर में नीरा सिन्हा और निराला नगर के श्रीराम कृष्ण मठ में अध्यक्ष के सानिध्य में मां का आह्वान किया गया।
भक्तों ने ग्रहण किया भोग का प्रसाद:
दुर्गा अष्टमी के अवसर पर विभिन्न पूजा पंडालों पर भारी भीड़ उमड़ी। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के दर्शन कर प्रसाद ग्रहण किया। शहर के सुन्दरबाग, विट्री इलेवन, विघांत पूजा समिति, शशिभूषण पूजा समिति सहित अन्य पूजा पंडालों में विशेष पूजा अर्चना हुई, जहां सुबह से ही भक्तों की कतारें लगी रहीं।
ढाक के डंके से गूंज रहा शहर:
शहर के सभी पूजा पंडालों में मां दुर्गा की विधि विधान से पूजा अर्चना की गयी। खास तौर से बंगीय पूजा पंडालों में मूर्तियों के पहुंचने के साथ ही पुरोहितों ने घट स्थापन और बोधन, आमंत्रण व अधिवास आदि अनुष्ठान कराए। गली.मोहल्लों में दिन भर ढाक के डंके की गूंज सुनाई देती रही। शाम ढलते ही शहर में साज-सज्जा के रूप में त्योहार के इंद्रधनुषी रंग बिखर गए। देर रात तक दुर्गा माई की जयघोष से मोहल्ले गूंजते रहे।
बंगाल के हस्तशिल्प और संस्कृति पर बना पंडाल :
विक्ट्री इलेवन स्पोर्ट्स क्लब द्वारा बॉयज एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज में पिछले 50 साल से दुर्गा पंडाल का आयोजन किया जा रहा है। क्लब के महासचिव गौतम चैटर्जी ने बताया कि इस बार पंडाल बंगाल के ग्रामीण हस्तशिल्प और संस्कृति पर आधारित है, जिसमें हाथ पंखा, सिंदूरा, दौरी, फोटोज और विभिन्न सामग्री से सजाया गया है।
गायिका शिप्रा चंद्रा ने गाया भजन
लखनऊ। मानव आदर्श सेवा समिति शैक्षिक एवं सांस्कृतिक संस्था द्वारा श्री श्री दुर्गा पूजा के सांस्कृतिक कार्यक्रम में गायिका शिप्रा चंद्रा ने भजन गाकर धूनी आरती मे अपनी मधुर प्रस्तुति दी। कीबोर्ड पर शैंकी,ढोलक पर रजत, आॅक्टोपैड आशीष, गायक अमित मोहन श्रीवास्तव, सहगाइएका ऐश्वर्या चंद्रा, नृत्य जया कुमारी,दीपाली निगम ने सुंदर प्रस्तुति दी। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से अग्रणी कल्चरल ग्रुप की मोना चंद्रा ने अपनी टीम के द्वारा सुंदर प्रस्तुति दी।
रामकृष्ण मठ में कन्या को सजाकर की कुमारी पूजा
लखनऊ। निराला नगर के रामकृष्ण मठ में शुक्रवार को मां के सजीव स्वरूप में पांच साल की कन्या को भव्य रूप से सजाकर कुमारी पूजा हुई। मठ में महाअष्टमी पर कुमारी पूजा का विशेष महत्व है।
श्री श्री दुर्गा पूजा समारोह 2022 के मौके पर मठ की ओर से हुई पूजा में दुनिया भर से बड़ी संख्या में भक्त जुड़े। पूजा देखी और पुजारी के कहे मंत्रों का उच्चारण किया। मौके पर मौजूद भक्तों ने देवता को फूलए चंदन का लेप चढ़ाया। दोपहर बाद भक्तों को पका हुआ प्रसाद वितरित किया गया। सुबह 5:10 बजे से मंगलारती के बाद शहनाई की धुन बजाई गई। देवता की औपचारिक पूजा सुबह 6:15 बजे महास्नान एक छोटी पत्थर की छवि वनलिंग के रूप में देवता का विस्तृत स्नानद्ध के साथ शुरू हुई। इसमें करीब 50 स्रोतों से लाए गए जल का प्रयोग हुआ।
शाम को कलश सज्जा प्रतियोगिता बनी आकर्षण:
श्री श्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा विकल्प खण्ड, गोमती नगर स्थित दुर्गा पूजा में सुबह अष्टमी की पूजा में संस्थापक अध्यक्ष नीरा सिन्हा वर्षा, अनुपम सिन्हा, अशोक श्रीवास्तव सहित कमेटी के सभी सदस्यों ने पूजा अर्चना की। पूजा पंडाल में सामर्थ नारी सामर्थ भारत की झलक नजर आई। श्री श्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा मे संधि पूजा एंव आरती की गयी। मां को भोग लगाने के बाद भोग वितरण भी किया गया। वहीं शाम को कलश सज्जा, नारियल सज्जा, प्रतियोगिता एवं कवि सम्मेलन व सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी हुई।
ढाक की थाप पर झूमे भक्त:
दर्जनों ढाकियों की थाप के स्वर जब गूंजे तो हर कोई भक्त झूम उठा। यह नजारा था राजधानी लखनऊ के पूजा पंडालों का। मंगलवार को कैसरबाग स्थित प्रतिष्ठित कालीबाड़ी मन्दिर में ढाक वादन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। ढोल, शहनाई कांसा के संग जब ढाक प्रतियोगिता शुरु हुई तो हर कोई मां की भक्ति में भक्तिमय हो गये। कोई मां की आराधना मन्दिर में कर रहा था तो कोई ढाक की धुन पर झूम रहा था। अजय घोष के संयोजन में शुरु हुई प्रतियोगिता में शहर में चल रही दुर्गा पूजा के अधिकांश पाण्डालों से आकर ढाकियों ने मन्दिर में मां के सामने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। मंदिर परिसर को गुलाब गेंदा के फूलों और गुब्बारों से सजाया गया। हवन में महिलाएं पारंपरिक साड़ी और पुरुष धोती कुर्ता में थे इस अवसर पर बच्चियों को भक्तों ने भोग और खिलौने बांटे।
सुंदरबाग में भारी भीड़ उमड़ी:
विक्टरी इलेवन ब्वाजय एंग्लो कॉलेज सुंदरबाग में शाम को मां के दर्शनों की भारी भीड़ उमड़ी। यहां धुनिचि नृत्य के साथ समाज के लोगों के सांस्कृतिक आयोजन भी हुए। श्रीश्री सार्वजनिन दुर्गा पूजा भूतनाथ पंडाल में भी यही नजारा रहा। रवीन्द्रपल्ली दुर्गा पूजा में भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने समा बांधा।
संगीत की छटा बिखेरी:
कोलकाता से आये कलाकारों ने विद्यांत हिन्दू डिग्री कॉलेज में आयोजित दुर्गा पूजा में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। जिसमें महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में बड़ी संख्या में भाग लिया। इंदिरानगर सेक्टर सी में आयोजित सांस्कृतिक सम्मलिनी दुर्गा पूजा में शाम को कोलकाता के कलाकारों ने संगीत की धुनें बिखरेंगीं।
तीन घाट समेत छह जगह होगा मां की प्रतिमाओं का विसर्जन:
राजधानी के दुर्गा पंडालों में विराजीं जगत जननी मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन शनिवार को विधि विधान पूजन के बाद से शुरू कर दिया जाएगा। आचार्यों के मुताबिक विजय दशमी के दिन सुबह से ही विसर्जन का शुभ मूहुर्त है। बंगाली समाज के लोग सिंदूर उत्सव या सिंदूर खेला के बाद धूमधाम से नाचते.गाते प्रतिमाओं का विसर्जन करने जाते हैं। प्रशासन ने विसर्जन के लिए घाटों पर पुलिस, पीएसी और बैरिकेडिंग लगा दी है। साथ ही अपील की है कि सुबह ही प्रतिमाओं का विसर्जन कम से कम सदस्यों की संख्या में करना शुरू कर दें।