लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार सभी कामगारो व श्रमिकों की सुरक्षित प्रदेश वापसी के लिए कृत संकल्पित है। इसके दृष्टिगत प्रदेश वापस आने के इच्छुक कामगारों एवं श्रमिकों की सूची सम्बन्धित राज्य सरकारों से प्राप्त की जाए, ताकि इनके लिए नि:शुल्क ट्रेनों की व्यवस्था कराई जा सके।
उन्होंने प्रदेश में कार्यरत विभिन्न राज्यों के कामगारों/श्रमिकों, जो वापस जाने के इच्छुक हों, की सकुशल वापसी के लिए उनकी सूची विभिन्न राज्य सरकारों को प्रेषित करने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने पृथकवास केंद्र तथा सामुदायिक रसोईघर की व्यवस्था पर सन्तोष व्यक्त करते हुए इसे और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए।
सामुदायिक रसोईघर के माध्यम से सभी जरूरतमंदों को अच्छा व पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए। योगी ने कहा कि पृथकवास केंद्र पर प्राथमिक जांच में स्वस्थ पाए गए कामगारों या श्रमिकों को राशन किट के साथ गृह पृथकवास के लिए घर भेजा जाए। गृह पृथकवास के दौरान इन्हें एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता प्रदान किया जाए। राशन कार्ड विहीन कामगारों/श्रमिकों के राशन कार्ड बनाए जाएं, जिससे इनके लिए नियमित खाद्यान्न की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में गठित निगरानी समितियों के सदस्यों से नियमित संवाद के माध्यम से इनके कार्यों का फीडबैक प्राप्त करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने सभी जनपदों में पल्स ऑक्सीमीटर (शरीर में ऑक्सीजन का स्तर जांचने की मशीन) की उपलब्धता पर सन्तोष जताते हुए सभी जिलों में इन्फ्रारेड थर्मामीटर भी उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म स्तर पर योजना बनाकर जांच प्रयोगशाला की व्यवस्था को बेहतर बनाया जाए। जांच क्षमता को बढ़ाते हुए 10 हजार जांच प्रतिदिन किया जाए।
उन्होंने वेंटीलेटरों के सुचारु संचालन के लिए एनेस्थेसीओलॉजिस्ट तथा तकनीकी कर्मियों के प्रशिक्षण की प्रगति की जानकारी भी प्राप्त की। इस सम्बन्ध में उन्हें अवगत कराया गया कि चिकित्साकर्मियों को वेंटीलेटरों के संचालन के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि चिकित्सा महाविद्यालयों सहित सभी चिकित्सालयों में डॉक्टर नियमित तौर पर राउण्ड लें। अस्पतालों में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट, एन-95 मास्क, ट्रिपल लेयर मास्क, दस्ताने तथा सेनेटाइजर जैसी संक्रमण से बचाने वाली सामग्री के साथ-साथ स्ट्रेचर तथा व्हीलचेयर की भी पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने चिकित्सा महाविद्यालयों से नियमित संवाद रखते हुए कार्यों की जानकारी प्राप्त किए जाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने आगामी एक जून से प्रारम्भ हो रहे खाद्यान्न वितरण अभियान की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गेहूं क्रय केन्द्रों पर खरीद की सुचारु व्यवस्था को बनाए रखा जाए, जिससे किसानों को अपनी उपज को बेचने में कोई असुविधा न हों। उन्होंने टिड्डी दल के प्रकोप के मद्देनजर पूरी सर्तकता बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि इस सम्बन्ध में लोगों में कोई अफरा तफरी ना हो।