लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए 2012 बैच के पीसीएस अधिकारी अरविंद कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। अरविंद कुमार वर्तमान में बिजनौर जनपद में एडीएम एफआर के पद पर तैनात थे, लेकिन उनका तबादला एक माह से अधिक समय पूर्व देवरिया जनपद में एडीएम (वित्त एवं राजस्व) पद पर किया गया था। बावजूद इसके, उन्होंने अब तक देवरिया में कार्यभार ग्रहण नहीं किया था।
मिली जानकारी के अनुसार, अरविंद कुमार का स्थानांतरण 30 मई को आदेशित किया गया था। इसके तहत उन्हें देवरिया जनपद में एडीएम वित्त एवं राजस्व के पद पर नई जिम्मेदारी दी गई थी। उनकी जगह बिजनौर में एडीएम न्यायिक वान्या सिंह को एडीएम वित्त एवं राजस्व का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था।
सरकार ने उन्हें पर्याप्त समय देने के बावजूद जब यह पाया कि उन्होंने न तो देवरिया में ज्वॉइनिंग की और न ही स्थानांतरण आदेश का अनुपालन किया, तो इसे शासन की अवहेलना और कार्य में लापरवाही माना गया। इस लापरवाही और आदेशों की अनदेखी को गंभीरता से लेते हुए शासन ने अरविंद कुमार को निलंबित करने का निर्णय लिया।
सूत्रों के मुताबिक, अरविंद कुमार बिजनौर में अपनी लंबी तैनाती के कारण वहां की स्थिति में रमे हुए थे और वे अपना कार्यभार छोड़ना नहीं चाहते थे। लेकिन सेवा नियमों के अनुसार, ट्रांसफर आदेश का पालन न करना एक गंभीर अनुशासनहीनता मानी जाती है।
निलंबन के बाद अरविंद कुमार के खिलाफ विभागीय जांच की कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान उन्हें किसी अन्य कार्यभार से मुक्त रखा जाएगा और उन्हें निर्धारित मुख्यालय से बाहर जाने के लिए पूर्व अनुमति लेनी होगी।
यह घटना प्रशासनिक अनुशासन और सरकारी आदेशों के पालन की महत्ता को दर्शाती है। शासन ने स्पष्ट कर दिया है कि सेवा में रहते हुए किसी भी अधिकारी से लापरवाही या आदेशों की अनदेखी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।