लखनऊ। भारत में अमेरिकी राजदूत केनेथ आई जस्टर ने बुधवार को कहा कि भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग की गति तेज हो रही है। डिफेंस एक्सपो2020 में अमेरिकी पैवेलियन का उद्घाटन करते हुए जस्टर ने कहा, भारत-अमेरिकी रक्षा संबंधों के विकास में उद्योग साझेदार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने कहा, मुझे पिछले साल दिसंबर में अमेरिकाभारत मंत्रीस्तरीय वार्ता में शामिल होने के लिए वाशिंगटन डीसी वापस जाने का सौभाग्य मिला, जो अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल आर पोम्पियो और रक्षा मंत्री मार्क टी एस्पर तथा भारत के मंत्री राजनाथ सिंह और एस जयशंकर के बीच हुई थी। जस्टर ने कहा, वार्ता में दो बातें निकलकर आईं।
पहली ये कि भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग की गति तेज हो रही है। दूसरी यह कि हमारे रक्षा संबंधों के विकास में संबंधित उद्योग साझेदार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। पांच दिवसीय डिफेंस एक्सपो का बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उद्घाटन किया। जस्टर ने कहा कि भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में उन्हें वे प्रयास देखने का अवसर मिले, जो रक्षा संबंधों के विकास को प्रोत्साहित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों ही पक्ष साझा लक्ष्य और साझा हित पूरे करने के लिए मिलकर काफी कार्य कर रहे हैं। इस पैवेलियन में प्रतिनिधित्व कर रही अमेरिकी कंपनियां निस्संदेह यह लक्ष्य हासिल करने में भारत के साथ कार्य करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
उन्होंने कहा, द्विपक्षीय रक्षा संबंध बढऩे के साथ ही हमारा दूतावास सरकार और उद्योगों के बीच सहयोग में मदद के लिए कार्य करने को समर्पित है। जब भारत की इस बड़ी चिन्ता के बारे में सवाल किया गया कि हथियार आपूर्ति पाकिस्तान को भी होती है और वो हथियार भारत के खिलाफ इस्तेमाल होते हैं, जैसा कि बालाकोट में देखने को मिला, इस पर जस्टर सीधा जवाब देने से बचते दिखे। उन्होंने कहा, आज हम उसी पर ध्यान दे रहे हैं, जो हम भारत के साथ साझेदारी में कर सकते हैं और ये साझेदारी लगातार बढ़ी है। इसी पर हमारा ध्यान केन्द्रित है और परस्पर रक्षा सहयोग के लिहाज से हम भारत को सामरिक साझेदार मानते हैं।