सहादतगंज जैन समाज द्वारा मनाया गया
लखनऊ। जैन गुरु मुनि श्री सुप्रभ सागर जी महाराज एवं मुनि श्रीप्रणतसागर जी महाराज के चल रहे चातुर्मास के दौरान सहादतगंज दिगंबर जैन मंदिर में मुनि श्री प्रणतसागर सागर जी महाराज का बारवाहं दीक्षा महोत्सव धूमधाम से सहादतगंज जैन समाज द्वारा मनाया गया ।
कार्यक्रम में श्रीमती मुन्नी देवी जो की गृहस्थ अवस्था की माता थी उनका मंदिर समिति ने माल्यार्पण एवं तिलक लगा करके सम्मान किया । बाहर से आए हुए श्रद्धालु गण जो कि अहमदाबाद ललितपुर, उज्जैन, ग्वालियर , दिल्ली, एवं अन्य जगह से लखनऊ जैन समाज के लोगों ने मुनि श्री की अष्ट द्रव्यों से पूजा करी। मुनि श्री ने अपने दीक्षा कल्याण के शुभ अवसर पर प्रवचन में कहा कि वैराग्य उम्र को नहीं देखा जिस प्रकार मृत्यु उम्र को नहीं देखी बालक हो या बूढ़ा हो या युवा हो वह किसी के पास आने से नहीं हिचकती इसी तरह वैराग्य भी जब मन में उमड़ आता है तो वह पुष्प की भांति खिलता है और अपने साथ कई लोगों का कल्याण कर देता है। अंत में उन्होंने कहा आत्मा को परमात्मा बनाने के लिए ही संन्यास लिया जाता है त्याग किया जाता है शरीर को तपस्या में लगाया जाता है तभी विश्व हिताय स्वान्त: सुखाय साधना पूर्ण होती है कार्यक्रम में मुख्य रूप से विनय कुमार जैन, संजीव जैन, सिद्धार्थ जैन, हंसराज जैन, जागेश जैन, दिलीप जैन, नीरज जैन, गंभीर जैन, राजीव जैन, पूनम जैन आदि लोग उपस्थित रहे।