40 करोड़ डॉलर के अतिरिक्त निवेश की योजना
नई दिल्ली। देश के सबसे मूल्यवान शिक्षा-प्रौद्योगिकी कंपनी बायजूस ने कहा कि उसने 600 मिलियन डॉलर (60 करोड़ डॉलर) में अपस्किलिंग प्लेटफॉर्म ग्रेट लर्निंग का अधिग्रहण किया है। साथ ही कंपनी इस सेगमेंट में 400 मिलियन डॉलर (40 करोड़ डॉलर) का और निवेश करेगी। कंपनी की योजना दुनिया भर में सभी श्रेणियों में अपनी शिक्षा सेवाओं का विस्तार करना है।
विकास योजनाओं को और तेज करने का प्रतीक है अधिग्रहण
कंपनी ने बयान में कहा कि, ‘यह अधिग्रहण बायजूस के वैश्विक स्तर पर प्रोफेश्नल अपस्किलिंग और लाइफ-लॉन्ग लर्निंग स्पेस में एक अरब डॉलर की कुल प्रतिबद्धता के साथ कक्षा 12 और टेस्ट प्रेप सेगमेंट से परे विस्तार करने और कंपनी की विकास योजनाओं को और तेज करने का प्रतीक है।’
स्वतंत्र इकाई के रूप में काम करना जारी रखेगी ग्रेट लर्निंग
ग्रेट लर्निंग अपने संस्थापक और सीईओ मोहन लखमराजू और सह-संस्थापक हरि नायर और अर्जुन नायर के नेतृत्व में बायजूस समूह के तहत एक स्वतंत्र इकाई के रूप में काम करना जारी रखेगी।
एपिक और आकाश एजुकेशनल का भी किया अधिग्रहण
इसी महीने बायजूस ने बच्चों के लिए किताबें पढ़ने के डिजिटल मंच एपिक का 50 करोड़ डॉलर (करीब 3,729.8 करोड़ रुपये) में अधिग्रहण किया था। वहीं कंपनी ने कुछ ही महीने पहले करीब एक अरब डॉलर में आकाश एजुकेशनल सर्विसेज का अधिग्रहण भी किया था।
छह महीनों में दो अरब डॉलर से ज्यादा किया खर्च
बायजूज ने पिछले छह महीनों में इन अधिग्रहणों के लिए अब दो अरब डॉलर से अधिक खर्च किए हैं। देश में मूल्यवान स्टार्टअप में से एक बायजूस उत्तरी अमेरिकी बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए एक अरब डॉलर निवेश करेगी। बायजूस ने एक बयान में कहा कि उसने 12 साल और उससे कम उम्र के बच्चों के लिए किताबें पढ़ने का डिजिटल मंच एपिक का 50 करोड़ डॉलर में अधिग्रहण किया है। कोविड महामारी के साथ भारत समेत दुनिया के विभिन्न देशों में शिक्षा प्रौद्योगिकी क्षेत्र में तीव्र विकास देखा जा रहा है। बच्चे स्कूल और कॉलेज जाने के बजाय ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं, जिससे इस क्षेत्र में तेजी आई है। कई कंपनियों ने कारोबार विस्तार के लिए निवेशकों से कोष जुटाया है। बायजूस ने पिछले साल अप्रैल से करीब 1.5 अरब डॉलर विभिन्न किस्तों में जुटाए।





