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कोविड-19 संक्रमण की दर को नियंत्रित करने में सफलता मिली
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संक्रमण को और कम करने के सक्रिय प्रयास लगातार रखे जाएं जारी
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दस अक्टूबर से एक हफ्ते का चलाया जाये स्वच्छता का विशेष अभियान
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स्वच्छता व सेनिटाइजेशन अभियान के साथ जनप्रतिनिधियों को जाये जोड़ा
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जिलों में सड़क व यातायात सुरक्षा के कार्यक्रम आयोजित हों
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र जिलों में बनाये गये इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को पूरी सक्रियता व क्षमता से संचालित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ और कानपुर नगर में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि इन जिलों में मृत्यु दर में कमी लायी जाये।
कोविड अस्पतालों में सीनियर डाॅक्टर्स राउण्ड लेते रहें। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण की दर को नियंत्रित करने में सफलता मिली है। इस सफलता को हर हाल में बनाये रखते हुए संक्रमण को और कम करने के सक्रिय प्रयास लगातार जारी रखे जाएं।
मुख्यमंत्री ने टीम-11 के साथ अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए 10 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन का एक विशेष अभियान चलाए जाने निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इसके तहत कूड़े निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। एन्टी लार्वा और चूने इत्यादि का छिड़काव हो। इससे डेंगू व अन्य बीमारियों को नियंत्रित करने में सफलता मिलेगी। उन्होंने स्वच्छता व सेनिटाइजेशन अभियान के साथ जनप्रतिनिधियों को भी जोड़े जाने की बात कही।
योगी ने 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक नवरात्रि के दौरान महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा व सम्मान के मद्देनज़र पुलिस विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस अभियान के तहत शिक्षा, बाल विकास तथा महिला कल्याण विभाग को भी जोड़ते हुए कार्यवाही की जाये।
मुख्यमंत्री ने सड़क सुरक्षा के मद्देनज़र अन्तर्विभागीय समन्वय करते हुए जिलों में सड़क व यातायात सुरक्षा के कार्यक्रम संचालित किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि 15 अक्टूबर को वर्ल्ड हैंड वाश डे होता है। इस संबंध में जागरूकता के लिए बेसिक, माध्यमिक, प्राविधिक एवं उच्च शिक्षा विभाग से समन्वय बनाते हुए कार्यक्रम किए जाएं।
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को लाभान्वित किये जाने की कार्ययोजना बनायी जाये। उन्होंने इन्वेस्टर्स समिट के तहत हुए एमओयू और निवेश के संबंध में उद्यमियों व निवेशकों से संवाद व समन्वय बनाते हुए शीघ्र कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये।
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त ने मुख्यमंत्री को बताया कि तीन वर्गों के तहत निवेशकों से संवाद स्थापित किया जा रहा है। पहले वर्ग में वे निवेशक हैं, जिनकी परियोजनाओं का क्रियान्वयन अंतिम चरण में है। दूसरे वह हैं जिनकी योजनाएं प्रक्रियाधीन हैं और तीसरा वर्ग उन निवेशकों का है जो प्रदेश में निवेश के इच्छुक हैं।