राजधानी में होली पर सजे रंग-बिरंगे चिप्स-पापड़ के बाजार

लखनऊ। होली का खुमार बाजारों में दिखने लगा है। एक तरफ लोग रंगों के इस त्यौहार में घरों को सजाने के लिए शॉपिंग करने में लगे हुए हैं, वहीं घर में होली पर बनने वाले पकवानों की भी खरीदारी जोरों पर है। मगर होली में पापड़ और गुझियां न हो तो होली का रंग फीका हो जाता है। रंग-बिरंगे पापड़ के अलावा मार्केट में कई किस्म की गुझियां भी मौजूद हैं। इसलिए लोग घरों में तो कई तरह के पापड़ और गुझिया बना रहे हैं, लेकिन उसके अलावा मार्केट में मौजूद कई वैरायटी के व्यंजन लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं।
बाजारों में होली के रंगों की तरह रंग-बिरंगे पापड़ और कचरी लोगों को आकर्षित कर रही है। दुकानदार ने बताया कि साबूदाना और आलू मिस्क पापड़, चिप्स की कीमत 200 से 300 रुपये प्रति किग्रा है। मैदा से बने पापड़ की कीमत 100 रुपये के अंदर ही है। वहीं पैकेट बंद पापड़ भी उपलब्ध हैं, जो कंपनियों से तय रेट पर उपलब्ध हैं। इनकी भी खूब मांग है। नमकीन विक्रेता सुबोध ने बताया कि बाजार में दुकानों पर मखाने, मूंगफली मिक्स नमकीन उपलब्ध है। पापड़ी, लहसुन वाली नमकीन खूब पसंद की जा रही है। इसके साथ ही बेसन की सेम की भी काफी मांग है। होली को ध्यान में रखकर बाजार में नमकीन-बिस्कुट की तमाम दुकानें लगी हैं। उनके पास 260 रुपये से 400 रुपये किलो तक की नमकीन है। बिस्कुट भी 40 से लेकर 150 रुपये पैकेट तक हैं।

ए टू जेड अल्फाबेट तक पापड़:
शहर के सबसे व्यस्तम बाजारों में से एक अमीनाबाद में इस वक्त होली का माहौल देखने को मिल रहा है। दुकानें सज गई हैं। बाजार में आलू, साबूदाने के कई तरह के पापड़ मौजूद है। इसमें लच्छे और पाइप के पापड़ है, इसके अलावा समोसा, बताशे के शेप के पापड़ भी हैं, जो लोगों को काफी पसंद आ रहे हैं। इसके अतिरिक्त आलू के चिप्स लाल, नीले, पीले रंग में मौजूद है। इतना ही नहींए मार्केट में ए टू जेड तक के अल्फाबेट पापड़ मौजूद हैं। इस बार बाजार में पुदीना, अजवाइन और जीरा के टेस्ट के पापड़ मौजूद हैं, जो लोगों को काफी पसंद आ रहे है।

केसर गुझिया का स्वाद:
स्वादिष्ट स्वाद और होली का मेल हमेशा से ही अद्भुत रहा है। होली पर सबसे ज्यादा गुझिया की डिमांड रहती है। इसलिए घरों से लेकर दुकानों तक से गुझिया की महक आने लगी है। बाजार में केसर और देशी घी की गुझियों की डिमांड बढ़ गई है। होली के हफ्तेभर पहले से ही दुकानों पर गुझियों की बुकिंग शुरू हो गई है। केसर की गुझिया के साथ देशी घी, प्लेन व चाशनी वाली गुझिया भी मौजूद है। दुकानदारों के अनुसार इस बार सबसे ज्यादा प्लेन व देशी घी की गुझिया के साथ केसर की गुझिया की भी डिमांड बढ़ गई है।

चिप्स पापड़ और नमकीन भी खास:
होली पर चिप्स, पापड़ और नमकीन की दुकानों पर भी अब भीड़ दिखने लगी है। आलमबाग के अशोक केवलानी ने बताया कि चिप्स के साथ ही ब्रांडेड पापड़ के अलावा नमकीन की कई वैराइटियां मौजूद हैं। 150 रुपये से लेकर 900 रुपये किलोक नमकीन उपलब्ध है तो काजू, पिस्ता युक्त नमकीन एक हजार से 1800 रुपये प्रति किलो बिक रही है।

गिफ्ट की दुकानें भी सजी:
गिफ्ट के बगैर होली अधूरी सी लगती है। इसे लेकर बाजारों में भी रौनक दिखने लगी है। खास बात ये है कि इस बार चाइनीज से दूर परंपरागत गिफ्ट बाजार में मौजूद हैं। जनपथ की एक चूड़ियों की दुकानदार रूपाली रस्तोगी ने बताया कि ये ब्रेसलेट बाजारों में विशेष रुप से होली के लिए तैयार की गई हैं। गुड लक प्लांट के साथ ही शीशे के पॉट में साफ्ट बांबू की पत्तियां भी आकर्षण का केंद्र हैं। होली पर लोग इलेक्ट्रॉनिक्स के आइटम भी खूब खरीद रहे हैं। बाजार में गारमेंट्स सेक्टर व साज.श्रृंगार के सामान की अच्छी डिमांड बनी हुई है। आकर्षक डिजाइन की साड़ियां व सलवार सूट और बच्चों के परिधानों की दुकानों पर भी लोग खरीदारी कर रहे हैं। वहीं क्राकरी के और टी सेट के अलावा प्रिंटेड कप भी लोग बनवा रहे हैं। 150 से 250 तक में मनचाही फोटो भी छपवा सकते हैं।

मूंग-उड़द के चिप्स-कचरी की अधिक मांग:
पापड़ विक्रेता प्रकाश चंद का कहना है, अब थोक के बजाए रिटेल कस्टमर्स आने लगे हैं। चिप्स और पापड़ का कच्चा माल लंबे समय तक चलता है। लोग महीने-दो महीने का माल इकट्ठा ले जाते हैं। घर में कभी मन किया, तो डिब्बे से निकालकर तल कर खा लिया। ये स्वादिष्ट होने के साथ स्वास्थ्यप्रद भी होता है। चावल, मूंग की दाल और उड़द की दाल के चिप्स-कचरी की ज्यादा डिमांड रहती है। इस बार कोरोना का कोई डर नहीं है। पिछले 2 साल होली कोरोना के साये में बीती थी। इस बार अच्छा बिजनेस उठने के आसार हैं। दुकानदारों ने ज्यादा स्टॉक जुटाया है। कहा जाता है कि दीपावली पर मीठा और होली पर नमकीन ज्यादा पसंद किया जाता है। होली खेलने को दौरान चिप्स और पापड़ खाने का मन सभी का होता है। यही वजह है कि लगभग हर घर में पकवानों के साथ चिप्स.पापड़ जरूर तल कर परोसे जाते हैं।

लुभा रहे नए फ्लेवर वाले गुलाल:
लेमन ग्रीन, एप्पल, स्ट्राबेरी व आरेंज फ्लेवर में मौजूद गुलाल इस बार आपकी होली को रंगीन बनाने के साथ ही त्वचा को सुरक्षित भी रखेंगे। कृष्णानगर में रंगो और पिचकारियों की दुकान लगाने वाले राजेश कुमार ने बतायाकि 150 रुपये से 350 रुपये तक की कीमत के ब्लास्टर्स और पापर्स यंगस्टर्स को खांस पसंद हैं। रंग.बिरंगी विग भी 150 रुपये से 200 रुपये तक हैं। होली पर गुझिया की मांग को देखते हुए पारंपरिक गुझिया के साथ ही खोवा, काजू, पिस्ता, बादाम, जाफरान से कई वैराइटी तैयार की गई हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए शुगर फ्री और बेक्ड गुझिया भी खूब बिक रही है। होली के लिए बच्चों में खासतौर से उत्साह दिख रहा है। बच्चे नई व आकर्षक पिचकारियां खरीदने में मशूगल नजर आए।

सुबह से शाम तक गुलजार हैं बाजार
नवाबी नगरी होली के हुड़दंग के लिए पूरी तरह तैयार हो चुकी है। रंगों के पर्व की होली को लेकर लखनऊ के सभी प्रमुख बाजारों में धूम मची है। घर से लेकर बाजार तक उल्लास के रंग दिखने रहे हैं। लखनऊ में भले मॉल खुल गए हैंए लेकिन पुराने बाजारों में ग्राहकों की भीड़ में कोई कमी नहीं है। वहीं, मोलभाव करने में अगर आप निपुण हैं तो इन बाजारों में खरीदारी और भी फायदेमंद होती है। अमीनाबाद, चौक, निशातगंज, कपूरथला, भूतनाथ, आलमबाग, पत्रकारपुरम जैसे चुनिंदा बाजारों का रुख कर रहे हैं। ये बाजार होली की स्पेशल थीम से सज चुके हैं।

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