अलीगढ़। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी के वोकल फॉर लोकल को अपनाने का आह्वान करते हुए मंगलवार को दावा किया कि दूसरे देशों में निर्मित सामान खरीदने पर विदेशी हाथों में जाने वाले मुनाफे का इस्तेमाल भारत में आतंकवाद, नक्सलवाद, धर्मांतरण आर लव जिहाद फलाने के लिये किया जाता है।
अलीगढ़ में 958 करोड़ रुपये की 186 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण आर शिलान्यास करने के बाद मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में स्वदेशी उत्पादों को अपनाने का पुरजोर आह्वान किया आर कहा, हमारा पसा अगर हमारे ही कारीगरों आर हस्तशिल्पियों के पास जाएगा तो यह विकास आर समृद्धि का आधार बनेगा लेकिन अगर हमारा ही पसा विदेशी हाथों में जाएगा तो वह मुनाफा आतंकवाद के रूप में, धर्मांतरण के रूप में, विस्फोट के रूप में भारत को अस्थिर करने के लिए देश के खिलाफ ही इस्तेमाल किया जाएगा। इसीलिए स्वदेशी आज की आवश्यकता है। अमेरिका द्वारा भारत पर भारी शुल्क लगाने के ऐलान के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पिछली दो अगस्त को वाराणसी में स्वदेशी अपनाने के आह्वान के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बयान दिया है।
आदित्यनाथ ने कहा, याद रखना, वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में जब कोई पर्व आर त्योहार आता था तो उससे पहले प्रदेश में चीन के सामान छा जाया करते थे लेकिन 2018 के बाद जब एक जिला एक उत्पाद योजना को हम लोगों ने लागू किया तो हमारे कारीगरों ने बाजार की मांग के अनुसार उत्पाद बनाने शुरू किये। उन्होंने किसी देश का नाम लिये बगर कहा, मुनाफा विदेशी हाथों में चला जाएगा तो आतंकवाद को, नक्सलवाद को, धर्मांतरण को, लव जिहाद को यह पसा उपलब्ध करवा कर हमारा ही पसा हमारे खिलाफ कसे इस्तेमाल होता ह, इसका नजारा हम लोगों ने आजादी के पहले भी देखा हआर उसके बाद भी लगातार देख रहे हं। इसीलिए प्रधानमंत्री ने जो स्वदेशी का आह्वान किया ह, हमारा प्रयास होना चाहिए कि चाहे दनिक जीवन हो या पर्व अथवा त्योहार हो हम स्वदेशी को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा, स्वदेशी कभी देश के अंदर भारत की स्वाधीनता का आधार बना था। स्वदेशी को लेकर कभी लोगों ने बापू (महात्मा गांधी) के सपने को साकार करने के लिए उनके आह्वान पर देश के अंदर अलग-अलग आंदोलन प्रारंभ किए थे। आज हमारी आवश्यकता ह कि हम नाअगस्त को रक्षाबंधन, 16 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आर उसके बाद दो अक्टूबर को विजयदशमी आर फिर दीपावली व अन्य त्योहारों पर स्वदेशी उत्पादों को अपनाएं।
आदित्यनाथ ने अप्रल में हुए पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ चलाये गये आपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि उस अभियान में इस्तेमाल की गयी ब्रह्मोस मिसाइल अब उत्तर प्रदेश में भी बनने लगी हं। उन्होंने कहा, ब्रह्मोस मिसाइल जसी कोई मिसाइल आज दुनिया में किसी आर के पास नहीं ह आर यही कारण है कि ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत ने पाकिस्तान को पसीने पसीने कर दिया आर पाकिस्तान ही नहीं बल्कि भारत के हर दुश्मन के पसीने छुड़ाने का काम अगर किसी ने किया तो वह यही मिसाइल है। मुख्यमंत्री ने आज अलीगढ़ में विभिन्न विकास परियोजनाओं के शिलान्यास आर लोकार्पण का जिक्र करते हुए कहा कि वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश आर तमिलनाडु में एक एक डिफेंस कॉरिडोर बनाने की घोषणा की थी।
उत्तर प्रदेश में उसके जो छह नोड तय हुए थे उनमें से एक अलीगढ़ भी शामिल ह। इस नोड को विकसित करने का काम 2018-19 से शुरू किया था आज उसमें भी उत्पादन शुरू हो गया है। आदित्यनाथ ने इस माके पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को भी याद करते हुए कहा, जब हम अलीगढ़ की बात करते हं तो इस जनपद को कल्याण सिंह ने राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व प्रदान किया था। उन्होंने उस समय मुख्यमंत्री के रूप में यहां के विकास की व्यापक रूपरेखा खींचकर उसके समग्र विकास को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाने के लिए काम किया था।
उन्होंने अलीगढ़ को ताला नगरी के रूप में विकसित करके उसे पहचान दिलाने का काम दशकों पहले शुरू किया था। उन्होंने कहा, आज मुझे खुशी हकि उनके सपनों को सरकार करते हुए न केवल अलीगढ़ में बल्कि पूरे प्रदेश में वहां के परंपरागत उद्यम को एक जिला एक उत्पाद योजना के माध्यम से एक नई ऊंचाई तक ले जाने, नाजवानों के लिए रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने, विकास के माध्यम से आर समृद्धि के लिए निर्यात की सुविधा से जोड़ने में आज हमें सफलता प्राप्त हो रही है। आदित्यनाथ ने कहा कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर अलीगढ़ में बना राज्यविश्वविद्यालय आने वाले समय में अलीगढ़ की पहचान के साथ उसे उच्च शिक्षा के केंद्र के रूप में विकसित करने में बड़ी भूमिका निभाएगा। कार्यक्रम को प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह आर अलीगढ़ से सांसद सतीश कुमार गातम ने भी संबोधित किया।