गीतों और सामूहिक नृत्यों द्वारा मसीह की महिमा दिखायी
लखनऊ। बेतहसदा फैलोशिप ट्रस्ट (दया का घर) द्वारा मसीह यीशु का जन्म उत्सव का आयोजन मोहान के पास स्थित घुरामऊ में किया गया। मुख्य अथिति आर्च बिशप डाक्टर आरसी शेत ने जन सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि यीशु मसीह ने जनमानस के कल्याण और मानव जीवन बचानेके लिए आज से 2025 वर्ष पहले बेतलहम नमक एक गांव के गौशाला में पैदा हुए और उनको चरनी जैसे स्थान में लिटाया गया,जो ईश्वर दुनिया का सृजन हार है वह मानव पाप के लिए और पापों को जड़ से समाप्त करने, शांति स्थापित करने, और पाप के दासता से मानव को मुक्ति देने के लिए लिए स्वयं स्वर्ग से उतर कर एक इंसान के रूप में जन्म लिया और अपना जीवन मानव कल्याण के लिए दे दिया, ताकि आकाश में परमेश्वर की महिमा और मनुष्यों में शांति स्थापित हो । इसीलिए आज हम येशु मसीह का जन्म उत्सव का आयोजन कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों, गीतों और सामूहिक नृत्यों द्वारा मसीह की महिमा की । मुख्य वक्ता ने मसीह के जन्म लेने के रहस्यों और ईश्वर के उद्धार की योजना मानव जाति का कल्याण करने वाले संदेश सुनाए ।
दया का घर इस तरह के कार्यक्रम 25 दिसंबर तक प्रतिदिन लगभग दस अलग अलग स्थानों पर आयोजित कर रहा है जिसमे लखनऊ, उन्नाव, हरदोई, बाराबंकी, सीतापुर में यह कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।आज बडी सभा में सैकड़ों लोगों की भीड़ एकत्र हुए। यह सभी कार्यक्रम बिशप डाक्टर आरसी शेत के द्वारा आयोजित किए जा रहे हैं। जिसमे , पास्टर राजेश पास्टर, अजय कुमार, पास्टर विनोद, पास्टर रामचन्द्र, बिशप मयंक डेविड,
आदि लगभग 50 सेवको एवं मतावलंबियो ने कार्यक्रम के पावन अवसर में सिरकत की।





