स्वच्छ भारत अभियान के तहत एक दिवसीय चित्रकला कार्यशाला
लखनऊ। ललित कला अकादमी निरंतर कला और कलाकारों के प्रोत्साहन एवं विकास के लिए कला की गतिविधियां करती आ रही हैं। जिसमें प्रमुख रूप से कलाकारों के लिए कार्यशाला के माध्यम से कार्य करने हेतु अवसर प्रदान करना, कला शिविर, प्रदर्शनी, छात्रवृत्ति इत्यादि सम्मिलित है।
ललित कला अकादमी, क्षेत्रीय केंद्र, लखनऊ में स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत एक दिवसीय चित्रकला कार्यशाला ह्यस्वच्छता के रंग, बच्चों के संगह्य कार्यक्रम का आयोजन 11 जुलाई, 2025 को किया गया। चित्रकला कार्यशाला का उद्घाटन कार्यक्रम के ओम प्रकाश, निदेशक एवं राजभाषा अधिकारी तथा सदस्य सचिव, नराकास (कार्यालय-2) भा.भू.स, उत्तरी क्षेत्र, लखनऊ व विशिष्ट अतिथि डॉ. मिथिलेश तिवारी, उपाध्यक्ष, बिरजू महाराज कथक संस्थान, लखनऊ एवं श्रीमती विभा सिंह, उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ द्वारा डॉ0 देवेन्द्र त्रिपाठी, क्षेत्रीय सचिव, क्षेत्रीय केन्द्र की उपस्थिति में प्रात: 10:00 बजे केन्द्र की कलादीर्घा में किया गया।
इस कार्यशाला में चेतना बौद्धिक अक्षम संस्थान, अलीगंज, लखनऊ के दिव्यांग विद्यार्थी, आर.के. सीनियर सेकेन्डरी स्कूल, अलीगंज, सी.एम.एस, अलीगंज व सरस्वती विद्या मंदिर, अलीगंज, लखनऊ के छात्रों ने प्रतिभाग किया। आयोजन के मुख्य अतिथि ओम प्रकाश, निदेशक एवं राजभाषा अधिकारी तथा सदस्य सचिव, नराकास (कार्यालय-2) भा.भू.स, उत्तरी क्षेत्र, लखनऊ ने अपने उद्बोधन में कहा कि ललित कला अकादेमी, क्षेत्रीय केन्द्र का यह सराहनीय कदम है कि युवा कलाकारों हेतु इस प्रकार की कार्यशालाएं आयोजित कर रही है एवं कहा कि विकास और स्वच्छता एक-दूसरे के पूरक हैं। जहाँ स्वच्छता होती है, वहाँ स्वस्थ समाज और सकारात्मक वातावरण का निर्माण होता है, जो विकास के लिए आवश्यक है। स्वच्छता के बिना समग्र विकास की कल्पना अधूरी है। आयोजन के विशिष्ठ अतिथि, डॉ0 मिथिलेश तिवारी, उपाध्यक्ष, बिरजू महाराज कथक संस्थान, लखनऊ ने अपने उद्बोधन में कहा कि कार्यशाला के दौरान कलाकारों को अपनी कला प्रदर्शित करने का भी मौका मिलता है और प्रतिभागी कला के नवीनतम रूपों और तकनीकों पर व्यावहारिक जानकारी प्राप्त होती है। ललित कला अकादेमी, क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ के क्षेत्रीय सचिव ने कहा, इस कार्यशाला का उद्देश्य युवाओं को कला के माध्यम से स्वच्छता को परिचित एवं जागरूक कराना है, जिससे वे अपनी कला एवं भविष्य को एक नई दिशा दे सकें। कार्यशाला में विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों, कलाकारों के साथ-साथ कला प्रेमियों ने भी बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों ने अपनी कला के माध्यम से भावनाओं को व्यक्त किया। कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को ललित कला अकादेमी द्वारा कला सामग्री उपलब्ध करायी गयी। कार्यक्रम के सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गये। इस अवसर पर केन्द्र के शोधार्थियों के साथ-साथ केन्द्र के कलाकार तथा स्टाफ श्री वेणुगोपाल पाराशर, श्री शितान्शु गुप्त मौर्य, श्री प्रेम सागर शर्मा, श्रीमती सौम्या व श्री ज्ञानेन्द्र मिश्रा एवं केन्द्र के अन्य कर्मचारी व नगर के कला प्रेमियों कि उपस्थिति रही।