विश्व धरोहर दिवस पर राज्य संग्रहालय में विविध कार्यक्रमों का आयोजन
लखनऊ। राज्य संगहालय, लखनऊ द्वारा शैक्षिक कार्यक्रमों की श्रृंखला के अर्न्तगत विश्व धरोहर दिवस के उपलक्ष्य में यूनेस्को के शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति में अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से शांति स्थापित करने के उद्देश्य से ऐतिहासिक धरोहर एवं संस्कृति को संरक्षित करने, प्रोत्साहित करने एवं नई पीढ़ी को अपनी धरोहरों से परिचित कराने की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से डॉ. सृष्टि धवन निदेशक, राज्य संग्रहालय, लखनऊ के मार्गदर्शन में शैक्षिक प्रभारी डॉ. मीनाक्षी खेमका-सहायक निदेशक द्वारा विश्व धरोहर दिवस के उपलक्ष्य में 17 अप्रैल से 23 अप्रैल तक विविध कार्यक्रम आयोजित कराये जा रहे हैं।
इस श्रृंखला में 17 अप्रैल को राज्य संग्रहालय, लखनऊ में भारत की सांस्कृतिक विश्व विरासत विषयक छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है जो 23 अप्रैल तक दर्शकों के अवलोकनार्थ खुली रहेंगी। इसी क्रम में आज 19 अप्रैल को दयानन्द इण्टर कॉलेज, महानगर, लखनऊ में राज्य संग्रहालय, लखनऊ में संकलित धरोहरों की छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया तथा विश्व धरोहर दिवस की थीम आपदा और संघर्ष प्रतिरोधी विरासत विषय को ध्यान में रखकर प्रदर्शनी का अवलोकन/भ्रमण कराते समय उक्त थीम पर व्याख्यान का आयोजन भी किया गया। विश्व की विरासत पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन सरस्वती विद्यालय कन्या इंटर कॉलेज, लखनऊ एवं दयानन्द इण्टर कॉलेज, महानगर, लखनऊ में किया गया, जिसमें कक्षा-09 से 12 तक के लगभग 125 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता के परिणामस्वरूप क्रमश: मुस्कान को प्रथम, माही को द्वितीय एवं दिव्या ने तृतीय स्थान तथा ईशा राजपूत को प्रथम, कल्पना चौधरी द्वितीय, अमीरा तृतीय तथा शालिनी, आकृति यादव एवं शिवांगी पाण्डेय को प्रोत्साहन पुरस्कार तथा समस्त प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिये गये। कार्यक्रम को सफल बनाने मे कार्यक्रम प्रभारी डॉ. मीनाक्षी खेमका, सहायक निदेशक, सुश्री अल-शाज फात्मी, सहायक निदेशक के साथ डॉ. अनिता चौरसिया, शारदा प्रसाद त्रिपाठी, प्रमोद कुमार, प्रीती साहनी, श्रीमती शालिनी श्रीवास्तव, राहुल सैनी, अनुराग द्विवेदी, अरूण मिश्रा, रामू विश्वकर्मा, सत्यपाल शर्मा, पूनम सिंह, परवेज एवं विद्यालयों के शिक्षकों आदि की भूमिका महत्वपूर्ण रही।