बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप कंपनी श्रावती एआई टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड से करार
वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीडीआरआई) बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप कंपनी श्रावती एआई टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर कैंसर के इलाज की नई थेरेपी विकसित करेगा। इसके लिए सोमवार को दोनों के बीच करार हुआ।
सीडीआरआई निदेशक डॉ. राधा रंगराजन का कहना है कि सीडीआरआई में कैंसर मिशन कार्यक्रम की नोडल लैब भी है। इसका मकसद ट्रिपल नेगेटिव ब्रेस्ट जैसे गंभीर कैंसर के इलाज के लिए दवाएं प्रदान करना है। इस सहयोग से पैन-कैंसर मिशन के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि संस्थान ने बेंच से लेकर बाजार तक 13 दवाएं विकसित की हैं। 80 से अधिक प्रक्रिया प्रौद्योगिकियों को दवा कंपनियों को हस्तांतरित किया है।
इस मौके पर श्रावती एआई के संस्थापक व प्रबंध निदेशक डॉ. किशन गुर्रम ने कहा कैंसर के लिए नई चिकित्सा विधि (थेराप्युटिक्स) विकसित करने के लिए सीडीआरआई का सहयोग करके हम बहुत उत्साहित हैं। हमारा मानना है कि हमारी एआई तकनीक को सीडीआरआई की क्षमताओं के साथ जोड़कर इस दिशा में औषधि अनुसंधान को और अधिक प्रभावी, सुरक्षित, तेज एवं कम लागत वाला बनाया सकता है।
उन्होंने कहा कि कैंसर रोधी गुणों वाले नवीन रासायनिक इकाइयों को डिजाइन करने में उनके द्वारा विकसित उन्नत कृत्रिम बुद्धिमत्ता तथा कम्प्यूटेशनल टूल्स के द्वारा मदद करेगा।
लखनऊ सीडीआरआई इन नवीन रासायनिक इकाइयों को संश्लेषित करके जरूरत के हिसाब से इन विट्रो या इन विवो टेस्ट्स के द्वारा इनका मूल्यांकन करेगी। दोनों संस्थाएं इस प्रकार चुने हुए सक्रिय यौगिकों (एनसीई) को परखने एवं अनुकूलित करने के बाद नवीन कैंसर रोधी दवा के तौर पर इनका चयन कर नैदानिक मूल्यांकन के लिए मिलकर काम करेंगी।