इलेक्ट्रॉनिक, आटोमोबाइल, बर्तन और कपड़ा मार्केट में उमड़ी भीड़
शहर के सभी बाजारों में सबसे अधिक भीड़ बर्तन, मिठाई, ड्राईफ्रूट, सराफा मार्केट में रही
- कपड़ों पर छूट से साड़ियों की बंपर बिक्री, सोना-चांदी से सजे बाजार
- अमीनाबाद, चौक, पत्रकारपुरम, भूतनाथ मार्केट में देर रात तक हुई खरीदारी
- जीएसटी में छूट का भी इस बार बाजार पर दिख रहा असर, दोपहर बाद उमड़ रहा हुजूम
- हल्के आभूषणों के साथ लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां भी खरीदी
- वॉशिंग मशीन, एलईडी टीवी, एसी में जीएसटी कम होने से खूब बिके
लखनऊ। समृद्धि और सौभाग्य के पर्व धनतेरस पर शनिवार को राजधानी के बाजारों में खरीदारों का हुजूम उमड़ पड़ा। परिवार व दोस्तों संग दोपहर बाद लोग बाजार पहुंचने लगे, जहां कारोबारियों ने फूल देकर स्वागत किया। खासकर सराफा, बर्तन, आॅटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और कपड़ा मार्केट पूरी तरह गुलजार रहे। शुभ मुहूर्त को ध्यान में रखते हुए ग्राहकों ने जमकर खरीदारी की, जिसका सीधा असर व्यापार पर दिखा। कारोबारियों के मुताबिक देर रात तक करीब दो हजार करोड़ रुपये कारोबार हुआ। इस बंपर बिक्री से कारोबारियों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई। देर रात तक करीब 2300 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र ने बताया कि जीएसटी में छूट का असर भी बाजार पर साफ दिखाई दे रहा है। इससे कारोबार उम्मीद से कहीं ज्यादा है।
शहर के मुख्य बाजार जैसे अमीनाबाद, चौक, गोमतीनगर, आलमबाग और भूतनाथ सहित अन्य बाजारों में सुबह और दोपहर 12 बजे तक सन्नाटा पसरा रहा, लेकिन दोपहर एक बजे के बाद स्थिति पूरी तरह बदल गई। जैसे-जैसे शुभ मुहूर्त करीब आया, बाजारों में खरीदारों की भीड़ इतनी बढ़ गई कि पैर रखने की जगह नहीं बची। यह तेजी देर रात तक बनी रही, जिससे बाजार लगातार दमकते रहे। आॅटोमोबाइल, ज्वेलरी, कपड़े और फर्नीचर शोरूम में अच्छी बिक्री होने से कारोबारियों के चेहरे खिल उठे। मॉल और स्थानीय बाजारों में खरीदारों का तांता लगा रहा, जो इस बात का प्रमाण है कि त्योहारी उत्साह और धनतेरस का शुभ अवसर लोगों को खरीदारी के लिए प्रेरित कर रहा था।
परिवार व दोस्तों संग कार की डिलवरी लेने पहुंचे लोग
आॅटोमोबाइल ने मारी बाजी: एक हजार करोड़ का कारोबार
धनतेरस की खरीदारी में सबसे बड़ा उछाल आॅटोमोबाइल सेक्टर में देखने को मिला। नए वाहन को घर लाना सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में अपनी मनपसंद बाइक व कार की डिलीवरी लेने के लिए लोग परिवार व दोस्तों संग सुबह 10 बजे से आॅटोमोबाइल शोरूम पहुंच गये। वहीं विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भी ग्राहकों का स्वागत फूलो के गुलदस्ता देकर किया। इस दौरान किसी को गाड़ी की चाभी दी गई तो कई लोगों को बुकिंग डेट के बावजूद गाड़ी नहीं मिल सकी। उन्हें दो-तीन दिन बाद डिवीवरी देने का आश्वासन दिया गया। कारोबारियों के मुताबिक सीएनजी कारों का वेटिंग पीरियड 15-20 दिन और पेट्रोल की लांच कारें 25-30 दिन की चल रही है। इसके बावजूद आॅटोमोबाइल सेक्टर में एक हजार करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ, जो कुल व्यापार का लगभग 40 प्रतिशत है।
आॅटोमोबाइल कारोबारियों के मुताबिक केंद्र सरकार ने 22 सितम्बर से जीएसटी का नया स्लैब लागू किया है। इससे ज्यादातर गाड़ियों पर टैक्स कम हो गया है। नतीजतन नवरात्र से ही गाड़ियों की बिक्री में तेजी आई है। फेडरेशन आॅफ आॅटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के सदस्य वैभव मिश्र ने बताया कि धनतेरस से दीपावली तक करीब छह हजार कारों की डिलीवरी की उम्मीद है, लेकिन सीएनजी वेरीएंट्स के लिए 15-20 दिन तक का इंतजार है।
सराफा बाजार: हल्के आभूषणों के साथ लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां भी खरीदारी
देर रात तक सराफा कारोबार 400 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया

धनतेरस पर सोने-चांदी की खरीदारी को बेहद शुभ माना जाता है। ऊंची कीमतों के बावजूद अमीनाबाद, चौक, महानगर सरार्फा बाजार में रौनक बनी हुई है। ग्राहकों ने आधुनिक और आकर्षक डिजाइन के हल्के आभूषणों, सोने-चांदी के सिक्कों और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की जमकर खरीदारी की। आॅल इंडिया ज्वेलरी एडं गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के प्रदेश संयोजक विनोद माहेश्वरी ने बताया कि महिलाओं ने चेन, पेंडेंट, झुमके, अंगूठियां और चांदी की पायल जैसे हल्के वजन के गहनों की खूब खरीदारी की। उन्होंने बताया कि सोने-चांदी की कीमतों में वृद्धि के बावजूद ग्राहकों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है।
चौक सराफा एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आदिश जैन ने बताया कि सोना 1.32 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम व चांदी 1.75 लाख रुपये प्रतिकिलो रही। उन्होंने बताया कि धनतेरस की खरीदारी बहुत फायदेमंद रही। हमने जो अनुमान लगाया था, पिछले साल की तुलना में बिक्री कम से कम 20 प्रतिशत अधिक रही है। सोने-चांदी के आभूषणों की विस्तृत श्रंखला और हीरे की जबरदस्त मांग रही। उन्होंने बताया कि छोटे बजट वाले ग्राहकों ने भी कुछ सबसे शानदार हीरे के हार, पेडेंट और अंगूठी को पसंद किया। धनतेरस पर की गई सोने-चांदी की खरीदारी को निवेश और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसी आस्था के चलते, खासकर महिलाओं ने इस दिन को खरीदारी के लिए सबसे शुभ माना। देर रात तक सराफा कारोबार 400 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया।
बर्तन बाजार भी चमका: 150 करोड़ के पार पहुंचा व्यापार
धनतेरस पर बर्तन का बाजार खूब खनका। अमीनाबाद से लेकर गोमतीनगर तक बर्तन की दुकानों पर खरीदारों की भारी भीड़ उमड़ी रही। लोगों ने तांबे (कॉपर), पीतल के साथ-साथ स्टील के बर्तनों की खूब खरीदारी की। इसके अलावा नॉनस्टिक और स्टेनलेस बर्तनों को भी ग्राहकों ने खूब पसंद किया। इन बर्तनों की कीमत 1500 से लेकर 32 हजार तक रही। कारोबारियों के अनुमान के मुताबिक, बर्तन बाजार में लगभग 150 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ।
डिनर सेट के गिफ्ट पैक खूब बिके। लखनऊ मेटल मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष हरिश्चंद्र अग्रवाल ने बताया कि डिनर सेट, ट्रेवलिंग सेट की नई वैरायटी ग्राहकों को लुभाया। डिजाइन बदल जाने से थाली, कटोरी व ग्लास भी खूब बिके। इसके अलावा शगुन के तौर पर पूजा थाली व दीपक आदि भी लोगों ने खरीदा। ग्राहकों को लुभाने के लिए ब्रांडेंड कंपनियों ने कप सेट, स्नैक सेट, आइसक्रीम सेट, कॉफी सेट, डिनर सेट, ग्लास सेट, तांबे के थर्मस पर 15-20 प्रतिशत तक डिस्काउंट भी मिला। भूतनाथ मार्केट के बर्तन कारोबारी अनिल कुमार ने बताया कि ट्राई प्लाई बर्तन हीट डिस्ट्रीब्यूशन और टिकाउपन के कारण आकर्षित किया।
इलेक्ट्रॉनिक्स और गैजेट्स की धूम, 200 करोड़ के बिक्री
धनतेरस पर इलेक्ट्रॉनिक मार्केट में भी बंपर बिक्री दर्ज की गई। वॉशिंग मशीन, एलईडी टीवी और एसी जैसे बड़े उपकरणों पर जीएसटी कम होने का सीधा फायदा ग्राहकों ने उठाया और इनकी खूब बिक्री हुई। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में लोगों ने सबसे अधिक रुचि बड़े पैनल वाले एलईडी टीवी में दिखाई। 55 से 65 इंच पैनल के एलईडी टीवी सर्वाधिक बिके। इसके अलावा साइड-बाय-साइड रेफ्रिजरेटर (फ्रिज), वॉशिंग मशीन, ब्लोअर (हीटर) और गीजर की भी खूब खरीदारी हुई। उत्तर प्रदेश सेलुलर एसोसिएशन के महामंत्री रतन मेघानी ने बताया कि यह धनतेरस पिछले साल से 25 प्रतिशत अधिक कारोबार लेकर आया। केवल लखनऊ में ही करीब 12 हजार मोबाइल बिके, जबकि लैपटॉप और कंप्यूटर का कारोबार तीन करोड़ रुपये तक पहुंच गया। देर रात तक 200 करोड़ रुपये का कारोबार हो गया।
मार्केट में प्रिटेंट शर्ट और कुर्ते की बिक्री अधिक है। साथ ही इंडो-वेस्टर्न कुर्ते-पैजामे की खूब पसंद किये जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश कपड़ा उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष आशोक मोतियानी ने बताया कि पुरुषों के लिए प्रिटेंट कुर्ते और शर्ट की बिक्री तेज है। मार्केट में 1800 से लेकर 2500 रुपये तक मिल रही है।
होम फर्निशिंग आइटम गिफ्टिंग खूब बिका
धनतेरस पर घर को आकर्षक लुक देने के लिए डिजिटल प्रिंट पर्दे, कुशन कवर और बेडशीट भी खूब बिके। खासकर वेलवेट मिक्स और सिल्क जैसे हैवी फैब्रिक से बने पर्दों की मांग अधिक रही। महिलाओं ने ऐसे पर्दे पसंद किये, जिनमें डिजिटल प्रिंट और गोल्ड फॉइल वर्क हो। अमीनाबाद कारोबारी शिखा मिश्रा ने बताया कि सोफा और दीवान के लुक को कम बजट में बदलने के लिए कुशन कवर की डिमांड भी बहुत बढ़ गई है। थ्रीडी प्रिंटेड और जरी वर्क वाले डिजाइनर कुशन कवर, जो पूरे लिविंग रूम का माहौल बदल देते हैं, ग्राहकों के बीच खासे लोकप्रिय हो रहे हैं। इंदिरानगर के फर्निशिंग कारोबारी अरविंद पांडेय ने बताया कि इस भारी बिक्री का एक बड़ा कारण आकर्षक सेल और बंपर आॅफर हैं, जो रिटेल स्टोर्स और आॅनलाइन प्लेटफॉर्म दोनों जगह ग्राहकों को खरीदारी का भरपूर मौका दे रहे हैं। होम फर्निशिंग आइटम इस बार गिफ्टिंग के लिए भी खूब पसंद किया जा रहा है।
धनतेरस पर जमकर हुई धनवर्षा
सेक्टर कारोबार
आॅटोमोबाइल 1000
सराफा 400
इलेक्ट्रॉनिक 200
बर्तन/क्रॉकरी 150
कपड़ा 125
ड्राईफ्रूट्स/मिठाई 100
पटाखा 55
मोबाइल 30
फर्नीचर 15
सजावट सामग्री 25
गिफ्ट पैक 100
नोट: सभी आंकड़े व्यापार मंडल के पदाधिकारियों द्वारा जानकारी के अनुसार
पटाखा मंडी में ईको फ्रेंडली पटाखों के साथ सुगंधित पटाखों की मांग
काकोरी,संवाददाता।
दीपावली के अवसर पर लखनऊ की दुबग्गा के अमेठिया सलेमपुर स्थित पटाखा मंडी में तरह तरह के इलेक्ट्रॉनिक तकनीकों से लैश पटाखों की भरमार है। पटाखा मंदेर रात तक सराफा कारोबार 400 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया।
देर रात तक सराफा कारोबार 400 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया।
देर रात तक सराफा कारोबार 400 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया।
डी इस बार ईको फ्रेंडली पटाखों के साथ साथ सुगंध फैलाने वाले पटाखो की बिक्री जोरों पर है। तेज धमाके वाले पटाखों की जगह अब कम धुआं, कम आवाज और ज्यादा रंगीन रोशनी बिखेरने वाले पटाखे लोगों की पहली पसंद बने हुए हैं। बच्चो के लिए भी बाजार में तरह तरह के बिना हानिकारक रसायनों से बने पटाखे उपलब्ध हैं। राज फायर वर्क्स के पटाखा कारोबारी राजेन्द्र गुप्ता के मुताबिक बाजार में सबसे ज्यादा मांग ट्रैकिंग कोकोनट और गोल्डन छतरी की है। ये पटाखे आसमान में 100 मीटर की ऊंचाई तक जाकर गुलाबी, पीले और हरे रंग की चमकदार रोशनी फैलाते हैं। इसके साथ ही डिजिटल पटाखे भी ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं। ये पटाखे इलेक्ट्रॉनिक तकनीक से संचालित होते हैं और आसमान में रंग-बिरंगी गोलियों की बरसात करते हैं। लखनऊ फायर वर्क्स एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश गुप्ता ने बताया कि बाजार में ईको फ्रेंडली रॉकेट मल्टी श्री 120 शॉट, डीलक्स चरखी, 12 स्टार, मल्टी शॉट, किंडर जॉय, अनार चक्कर, फुलझड़ियां और दस हजारा शॉट बटरफ्लाई जैसे पटाखे सबसे ज्यादा बिक रहे हैं। उन्होंने बताया कि ये सभी पटाखे पारंपरिक पटाखों के मुकाबले 30 प्रतिशत कम प्रदूषण करते हैं।