डांग (गुजरात). गुजरात के डांग जिले में रविवार सुबह मध्य प्रदेश के तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक निजी बस के गहरी खाई में गिर जाने से पांच लोगों की मौत हो गई और 35 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि घायलों में से 17 को गंभीर चोटें आई हैं। श्रद्धालु देश के विभिन्न राज्यों के धार्मिक स्थलों की यात्रा पर थे।
प्रभारी पुलिस अधीक्षक एसजी पाटिल ने बताया कि यह दुर्घटना सुबह करीब चार बजकर 15 मिनट पर हुई, जब सापुतारा हिल स्टेशन के निकट चालक ने बस पर से नियंत्रण खो दिया। उन्होंने बताया कि 48 तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस अवरोधक को तोड़ते हुए लगभग 35 फुट गहरी खाई में गिर गई। अधिकारी ने बताया कि पांच लोगों- दो महिलाओं और तीन पुरुषों- की मौके पर ही मौत हो गई।
अधिकारी ने बताया, पांच तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 17 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अहवा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुछ अन्य को मामूली चोटें आई हैं। बचाव अभियान लगभग पूरा हो चुका है। पुलिस के अनुसार मरने वाले तीन पुरुषों और दो महिलाओं में बस चालक भी शामिल है। पाटिल ने बताया कि कुल 35 यात्रियों का निकटवर्ती सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) में इलाज जारी है, जिनमें से 17 को जिले के अहवा स्थित सिविल अस्पताल रेफर किया गया है।
उन्होंने बताया कि यह दुर्घटना तब हुई जब बस महाराष्ट्र के त्र्यंबकेश्वर से 48 श्रद्धालुओं को लेकर गुजरात के द्वारका जा रही थी। श्रद्धालु रात में त्र्यंबकेश्वर से द्वारका के लिए रवाना हुए थे। अधिकारी ने बताया कि वे अपनी यात्रा फिर से शुरू करने से पहले चाय पीने के लिए सापुतारा में कुछ देर रुके थे, तभी हिल स्टेशन से 2.5 किलोमीटर दूर यह दुर्घटना हुई। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के गुना, शिवपुरी और अशोक नगर जिलों से श्रद्धालु 23 दिसंबर 2024 को चार अलग-अलग बसों में सवार होकर विभिन्न राज्यों के धार्मिक स्थलों की यात्रा पर निकले थे।
डांग के जिलाधिकारी महेश पटेल ने बताया कि तीर्थयात्रियों को ले जा रही चार बसों में से एक बस खाई में गिर गई। उन्होंने कहा, यात्रियों के अनुसार, उन्होंने अपनी यात्रा फिर से शुरू करने से पहले सापुतारा में चाय- नाश्ता किया। आशंका है कि ब्रेक फेल होने के कारण चालक ने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया। चिकित्सा कर्मचारी घायल व्यक्तियों का उपचार कर रहे हैं। स्थानीय लोगों और पुलिस कर्मियों की एक टीम ने यात्रियों को बस से बाहर निकाला तथा उन्हें उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जोन के पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना ने बताया कि बस 52 सीट वाली थी और उसमें 48 लोग सवार थे। उन्होंने बताया कि ये लोग दिसंबर में तीर्थयात्रा पर निकले थे और देश के विभिन्न पवित्र स्थानों का दौरा कर रहे थे।अधिकारी ने बताया कि मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा एकत्र की गई प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मृतकों की पहचान मध्य प्रदेश के विदिशा निवासी बस चालक रतन लाल जाटव, दो अन्य पुरुषों बोलाराम कुशवाह, पप्पू यादव और मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की दो महिलाओं गुड्डी बाई और कमलेश बाई यादव के रूप में हुई है।