लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को कहा कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी पर चर्चा के लिए कांग्रेस द्वारा बुलाई गई विपक्षी पार्टियों की बैठक में उनकी पार्टी शामिल नहीं होगी।
मायावती ने ट्वीट किया, जैसा कि विदित है कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार को बसपा का बाहर से समर्थन दिए जाने पर भी, इन्होंने दूसरी बार वहा बसपा विधायकों को तोड़कर उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करा लिया है जो यह पूर्णत: विश्वासघात है।
उन्होंने कहा, ऐसे में कांग्रेस के नेतृत्व में आज विपक्ष की बुलाई गई बैठक में बसपा का शामिल होना, यह राजस्थान में पार्टी के लोगों का मनोबल गिराने वाला होगा। इसलिए बसपा इस बैठक में शामिल नहीं होगी।
मायावती ने ट्वीट में कहा, वैसे भी बसपा सीएए और एनआरसी आदि के विरोध में है। केन्द्र सरकार से पुन अपील है कि वह इस विभाजनकारी और असंवैधानिक कानून को वापस ले। जेएनयू और अन्य शिक्षण संस्थानों में भी छात्रों का राजनीतिकरण करना अति-दुर्भाज्ञपूर्ण।