समरेश
नवाबगंज टोल प्लाजा के पास यह बाइक सवार बस के नीचे आ गया है। स्थिति गंभीर है। हम लोगो् ने एंबुलेंस बुलवाकर इसे नवाबगंज सीएचसी भेज दिया है। एक्सीडेंट के टाइम यह होश में था, किंतु एंबुलेंस में रखते समय बेहोश हो गया। घर का पता नाम मोबाइल नंबर पूछने की हमने भरसक कोशिश की, किंतु बता नहीं पाया, क्योंकि यह घायल युवक शराब के नशे में धुत्त भी था और मुँह से भयंकर बदबू आ रही थी।
इसकी टक्कर कानपुर की ओर से आ रही एक कार से हुई, जिसके कारण सड़क पर गिरने के बाद फिसलता हुआ बाइक समेत बस के नीचे आ गया। ग़नीमत रही कि बस ड्राइवर ने स्टेयरिंग पूरी काट दी और इसे पहिये के नीचे आने से बचा लिया ।
किंतु बस के ड्राइवर और कंडक्टर की सबसे बड़ी गलती यह है कि युवक के रेसिक्यू में हमारी मदद करने की जगह वह तीनों फ़रार हो गए। तीसरा स्टाफ़ अतिरिक्त ड्राइवर था, जो लाँग रन की बस होने के कारण अगली सीट पर सो रहा था। बस बलिया डिपो की है, रोडवेज़ स्टाफ़ भाग जाने के कारण हम लोग नवाबगंज टोल प्लाज़ा के पास सवारियों के लिए भटक रहे हैं। रात होने के कारण कोई वाहन रुक ही नहीं रहा । मैं प्रोफ़ेसर (डा) उपेंद्र पाण्डेय अपने सहयोगी एसोसिएशन प्रोफ़ेसर राम कृष्ण वाजपेयी जी के साथ कानपुर में लखनऊ के लिए शाम पौने छह बजे रामादेवी चौराहे पर इस बस में बैठा था