पर्यटन मंत्री ने त्रिदिवसीय भातखंडे संगीत उत्सव-2024 का शुभारम्भ किया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा है कि भातखंडे विश्वविद्यालय अपने विकास यात्रा के दौरान देश के निर्माण में सराहनीय भूमिका अदा की है। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय के छात्र एवं छात्रायें अपनी लगन और निष्ठा से जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़े और प्रदेश एवं देश का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि यहां से निकलने वाले छात्र वैज्ञानिक बने, संगीतकार बने तथा जिस क्षेत्र में जाये, सफलता के नये कीर्तिमान स्थापित करें।
जयवीर सिंह आज त्रिदिवसीय भातखंडे संगीत उत्सव-2024 का शुभारम्भ के अवसर पर सम्बोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्रायें, कला प्रेमियों, कत्थक, नृत्य, गायन, संगीत वादन आदि विधाओं से जुड़े छात्र-छात्राओं की उपस्थिति थे। उन्होंने छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि जो सपना हमारे देश के नेताओं ने देखा था, उसको साकार करने की जिम्मेदारी छात्र-छात्राओं पर है। वर्ष 2047 तक भारत को विश्व गुरू बनाने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि छात्र-छात्रायें पूरी ईमानदारी से देशसेवा का संकल्प लें। जिस विधा में उनकी रूचि हो, उस विधा को ऊचांईयों पर लेकर जायें। यह विश्वविद्यालय देश की ही नहीं बल्कि विश्व का सर्वोच्च विश्वविद्यालय होगा। इस विद्यालय के बच्चे अपनी कला एवं निष्ठा से समाज एवं राष्ट्र के निर्माण का संकल्प ले। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में इस संस्थान को डीम्ड विश्वविद्यालय के रूप में जाना जाता था। अब विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित करके स्नातक, परास्नातक एवं डिप्लोमा के विभिन्न विषयों पर शोध कार्य भी संचालित किये जा रहे हैं। संस्कृति विभाग के सभी संस्थाओं तथा अकादमी को विश्वविद्यालय द्वारा संबंद्ध कर दिया गया है।
जयवीर सिंह ने कहा कि यह विद्यालय भारत की सांस्कृतिक समृद्धि एवं गौरवशाली विरासत को अक्षुण्ण रखते हुए शिक्षा तथा कलात्मक विधाओं में देश-विदेश में अमूल्य योगदान प्रस्तुत कर रहा है।
भातखंडे संगीत उत्सव के पहले दिन पद्मभूषण पं. साजन मिश्रा ने शास्त्रीय गायन प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। गायन में तबले पर संगतकर्ता के रूप में राजेश मिश्रा ने योगदान दिया। इस मौके पर पं. संजू विष्णु सहाय ने तबले पर खूबसूरत प्रस्तुति दी, इस प्रस्तुति में पं. धर्मनाथ मिश्र ने हारामोनियम पर संगत दी। इस अवसर पर प्रो. माण्डवी सिंह, कुलपति भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय, डा. सृष्टि धवन, कुलसचिव पद्मभूषण पं. साजन मिश्रा, पं. सरयू सहाय, संजय बली आदि उपस्थित थे।