लखनऊ। भारत के प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक, बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने अपने अंचल संरचना का पुनर्गठन करते हुए 3 नए अंचलों की स्थापना की घोषणा की है। यह कदम बैंक को अपने व्यवसाय की स्थायित्वपूर्ण वृद्धि, बेहतर ग्राहक सेवा और परिचालन क्षमता में सुधार करने में मदद करेगा। नए अंचलों की स्थापना 1 अप्रैल, 2025 से प्रभावी हो गई है, और इनमें शामिल हैं.
- सूरत अंचल (पूर्व में बड़ौदा अंचल का हिस्सा)
- वाराणसी अंचल (पूर्व में लखनऊ अंचल का हिस्सा)
- जोधपुर अंचल (पूर्व में जयपुर अंचल का हिस्सा)
इन नए अंचलों का उद्घाटन बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी, देबदत्त चांद और बैंक के कार्यपालक निदेशकों द्वारा वर्चुअल माध्यम से किया गया। बैंक के अंचलों की कुल संख्या अब बढ़कर 25 हो गई है, जिससे बैंक का विकेंद्रीकरण और प्रशासनिक नियंत्रण और भी मजबूत हुआ है। बैंक का लक्ष्य अंचल संरचना को अधिक सुसंगत और प्रभावी बनाना है, ताकि बेहतर गवर्नेंस और ग्राहक सेवा के साथ व्यवसाय में तेज़ वृद्धि दर्ज की जा सके।
देबदत्त चांद ने इस अवसर पर कहा, “हम 3 नए अंचलों के शुभारंभ के बारे में घोषणा करते हुए बहुत खुश हैं। हमारा उद्देश्य अंचलों को अधिक प्रभावी और सुसंगत बनाना है, ताकि हम ग्राहकों को बेहतर बैंकिंग अनुभव दे सकें और साथ ही बैंक के व्यवसाय में तेज़ वृद्धि सुनिश्चित कर सकें। यह कदम हमारे कर्मचारियों को भी नई वृद्धि और विकास के अवसर प्रदान करेगा। इस पुनर्गठन के साथ बैंक अपने ग्राहकों को और भी सशक्त सेवा देने के लिए प्रतिबद्ध है, और साथ ही अपने कर्मचारियों को बेहतर कार्य परिवेश और वृद्धि के अवसर प्रदान करेगा।