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ललित कला अकादमी में शुरू हुई बैचलर आॅफ विजुअल आर्ट की कक्षाएं

राज्य ललित कला अकादमी के शौकिया कोर्स सर्टिफिकेट में बदलेंगे
राज्य ललित कला अकादमी के 60 हॉबी कोर्स को सर्टिफिकेट कोर्स का दर्जा

लखनऊ। राज्य ललित कला अकादमी में हॉबी कोर्स चलने की परम्परा कई साल पुरानी है। हालांकि इन कोर्स में प्रवेश लेने पर कला में रुचि रखने वालों को सीखने को मिलता था लेकिन कोर्स की कोई ऐसी पहचान नहीं थी कि वह काम आ सके। अब अकादमी ने निणर्य लिया है कि संचालित साठ से अधिक हॉबी कोर्स को सर्टिफिकेट कोर्स में बदला जाएगा। राज्य ललित कला अकादमी की निदेशिका डा. श्रद्धा शुक्ला ने बताया कि अकादमी में निरंतर सुधार कार्य किए जा रहे हैं। अकादमी एतिहासिक है और कला जगत में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यहां वर्षों से लोग हॉबी कोर्स में शामिल होते हैं। छह महीने के ये हॉबी कोर्स सभी पेंटिंग, चित्रकला से जुड़े हुए हैं जिनको विस्तार देते हुए अब सर्टिफिकेट कोर्स में बदला जा रहा है। डा. श्रद्धा ने बताया कि जनवरी माह से सर्टिफिकेट कोर्स शुरू होंगे।

तीन राज्यों के छात्रों के साथ बीवीए कक्षाएं शुरू

राज्य ललित कला अकादमी में पहली बार बीवीए कोर्स में प्रवेश हुए। समय से प्रवेश प्रक्रिया पूरी हुई और अब कक्षाओं का संचालन भी शुरू हो गया है। ये पहला मौका है जब अकादमी में परिसर में बीवीए की कक्षाएं संचालित हुई। खास बात ये कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों के साथ हरियाणा और राजस्थान के राज्यों से भी बच्चों ने कोर्स में प्रवेश लिया है। बीवीए कोर्स में 20 सीट है जो सभी फुल हो गई हैं।

-हास्टल की व्यवस्था होगी

राज्य ललित कला अकादमी की निदेशिका डा. श्रद्धा शुक्ला ने बताया कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ के साथ ही कुशीनगर, गोरखपुर, प्रयागराज और राजस्थान और हरियाण के बच्चों ने बीवीए में प्रवेश लिया है। इसमें जो छात्राएं बाहर है कि उनकी हास्टल की व्यवस्था भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय के हास्टल में की जा रही है। जल्दी ही हास्टल आवंटन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

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