वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिल सके, लोग इन योजनाओं के बारे में जान सके। इस मकसद से आगामी 13 सितम्बर से आयुष्मान भव: अभियान शुरू किया जायेगा। इसका शुभारम्भ राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू सुबह 11 बजे राष्ट्रपति भवन से वर्चुअली करेंगी। यह जानकारी शनिवार को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने दी।
वह शनिवार को लाल बहादुर शास्त्री भवन के सभा कक्ष में आहूत बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के अधिकारियों को अभियान के बारे में जानकारी दी। डिप्टी सीएम ने कहा कि आयुष्मान भव: अभियान के तहत 17 सितम्बर से सेवा पखवाड़ा शुरू किया जाएगा, जो दो अक्टूबर तक चलेगा। इसमें अंगदान के प्रति लोगों को जागरुक किया जाएगा। अंगदान के महत्व के बारे में जागरूकता किया जाएगा। नियमित स्वैच्छिक रक्तदान की जरूरत के बारे में बताया जाएगा। रक्तदान शिविर लगाये जायेंगे। इस दौरान आयुष्मान आपके द्वार का आयोजन होगा। इसके तहत आयुष्मान मेला संचालित किया जाएगा। इसमें आयुष्मान पात्र कार्ड बनाए व वितरित किए जाएंगे। डिप्टी सीएम ने कहा कि आशा, स्वंय सहायता समूह आदि की मदद भी ली जाएगी।
आभा (स्वास्थ्य आईडी) का निर्माण और आयुष्मान भारत कार्ड जारी किया जाये। आयुष्मान मेला, साप्ताहिक हेल्थ एवं वेलनेस मेला, साप्ताहिक सीएचसी मेला, आयुष्मान सभा का आयोजन किया जायेगा। दो अक्टूबर से आयुष्मान सभा होगी। आयुष्मान ग्राम पंचायत एवं आयुष्मान अर्बन वार्ड का आयोजन किया जायेगा। डिप्टी सीएम ने बताया कि ग्राम पंचायत सदस्यों, जेएएस, आरकेएस के सहयोग से प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक स्वास्थ्य देखभाल स्तरों पर सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं पर स्वच्छता अभियान चलेगा। लोगों को साफ-सफाई की अहमियत भी बतायी जायेगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश भर के हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में प्रत्येक शनिवार को स्वास्थ्य मेला आयोजित किया जाएगा। मेडिकल कॉलेजों की ओर से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रत्येक रविवार को स्वास्थ्य मेला आयोजित किया जायेगा। आउटरीच कार्यक्रम के तहत सीएचसी में विशेषज्ञ डॉक्टर मरीजों को देखेंगे। सांसद, विधायक, प्रधान व स्थानीय नेताओं की भागीदारी होगी। टीबी, कुष्ठ और अन्य संचारी की प्रभावी जांच और इलाज के इंतजाम होंगे। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण अभियान को रफ्तार दी जाएगी। ब्लड प्रेशर, मधुमेह और तीन सामान्य कैंसर यानी मुंह, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा जैसी बीमारियों के लिए जनसंख्या आधारित स्क्रीनिंग व नियमित टीकाकरण अभियान चलाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों के प्रति मरीजों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है। ओपीडी से लेकर भर्ती मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। मरीजों को मुफ्त जांच, डायलिसिस, सीटी स्कैन, दवा आदि उपलब्ध कराई जा रही है। नए अस्पताल व मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। ताकि मरीजों को इलाज के लिए लंबा सफर न तय करना पड़े। विशेषज्ञों के साथ टेली-परामर्श और उचित रेफरल आदि की व्यवस्था को और मजबूत करें।





