-वरिष्ठ नाटककार सुशील कुमार सिंह व भारतेंदु नाट्य अकादमी के पूर्व छात्रों ने किया नाट्य पाठ
-लखनऊ विश्वविद्यालय के एपीसेन सभागार में हुआ कार्यक्रम का आयोजन
लखनऊ। क्रांतिकारी पं राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला, राजेंद्र नाथ लाहिड़ी और चद्रंशेखर आजाद की देश को आजाद कराने की ललक। ब्रिटिश हुकूमत की बर्बरता और काकोरी ट्रेन एक्शन की योजना और इस घटना को कामयाब करने वाले क्रांतिकारियों को फांसी भारत के जनाक्रोश के दृश्यों को लखनऊ विवि के एपीसेन सभागार में कलाकारों ने प्रभावपूर्ण संवादों और क्रांतिकारी गीतों से जीवंत कर दिया। इस दौरान पूरा सभागार वंदे मातरम, भारत माता की जय के उद्घोष से सभागार गूंज उठा।
काकोरी ट्रेन एक्शन के शताब्दी वर्ष पर लखनऊ विश्वविद्यालय के एपीसेन सभागार में शनिवार को प्रसिद्ध नाटककार सुशील कुमार सिंह ने भारतेंदु नाट्य अकादमी उत्तर प्रदेश के कलाकारों संजय सिंह यादव, सुंगंधा पांडेय, दीपा सिंह व अजय कुमार के साथ नाटक काकोरी एक्शन का प्रभावी नाट्यपाठ किया। कार्यक्रम का शुभारंभ लखनऊ विश्वविद्यालय सांस्कृतिकी की प्रमुख प्रो अंचल श्रीवास्तव व हिंदी विभाग की प्रो श्रुति जी ने नाटककार सुशील कुमार सिंह और वरिष्ठ नाटककार अनिल मिश्र गुरु जी का सम्मान किया। नाट्य पाठ की शुरूआत वरिष्ठ रंगकर्मी अनिल मिश्र गुरु जी ने काकोरी ट्रेन एक्शन घटना का संक्षिप्त इतिहास बताकर की। उन्होंने शहीदों के सपनों के साकार करने की छात्र-छात्राओं से अपील की। लखनऊ विश्वविद्यालय व सांस्कृतिकी की ओर आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विवि के शिक्षक छात्र-छात्राएं, वरिष्ठ नाट्यकर्मी सोनल ठाकुर व अर्चना जैन, वरिष्ठ पत्रकार राकेश राय, जनसेवक राजा भाई, शहर के नाट्यकर्मी, पत्रकार, लेखक मौजूद रहे।