विशेष संवाददाता लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दुनिया की अग्रणी वाणिज्यिक वाहन निमार्ता कम्पनी अशोक लीलैंड प्रदेश में इलेक्ट्रिक बस निर्माण की इकाई लगाएगी। देश पारम्परिक ईंधन के विकल्पों पर निर्भरता कम करने के लिए संकल्पित है। अशोक लीलैंड लि. द्वारा उठाया गया यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप है। अशोक लीलैंड का यूपी में निवेश का निर्णय समयानुकूल है और इसका लाभ पूरे हिंदुजा ग्रुप को मिलेगा।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश सरकार एवं मैसर्स अशोक लीलैंड लि. के मध्य समझौता ज्ञापन (एमओयू) के लिए आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर प्रदेश सरकार की ओर से अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त तथा वाहन निर्माता कम्पनी अशोक लीलैंड लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ शेनू अग्रवाल ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
मुख्यमंत्री ने इस विशेष अवसर पर अशोक लीलैंड लि. कम्पनी का स्वागत करते हुए कहा कि आज का दिन प्रदेशवासियों के लिए ऐतिहासिक है। यह आश्चर्य का विषय था कि 25-30 करोड़ की विशाल आबादी और देश की सबसे बड़ी युवा पूंजी वाले राज्य में, अब तक अशोक लीलैंड की उपस्थिति नहीं हो सकी थी। यह एमओयू सार्वजनिक और माल परिवहन के क्षेत्र में कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस सम्बन्ध में नीति बनायी है। उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत हैं।
अब हम अधिकाधिक चार्जिंग स्टेशनों को विकसित करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अशोक लीलैंड लि. द्वारा इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण की इकाई स्थापित करने का निर्णय कम्पनी की ताकत को और बढ़ाएगा। यह हमारे युवाओं के लिए रोजगार के अतिरिक्त अवसर पैदा करेगा। इससे हमें अपने कार्यबल के कौशल को बढ़ाने और क्षेत्र की समग्र अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में बड़ी सहायता मिलेगी। एमओयू के तहत अशोक लीलैंड उत्तर प्रदेश में ई-मोबिलिटी पर केंद्रित एक एकीकृत वाणिज्यिक वाहन संयंत्र स्थापित करेगा, जो राज्य में अशोक लीलैंड का पहला संयंत्र होगा।
अशोक लीलैंड के चेयरमैन धीरज हिंदुजा ने एमओयू हस्ताक्षरित होने के अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में आज उत्तर प्रदेश ‘डायनेमिक स्टेट’ बन गया है। उत्तर प्रदेश सरकार के साथ अशोक लीलैंड लि. द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया जाना हमारी इसी प्रतिबद्धता को व्यक्त करता है। हमने पहली बार इस साल 10 अगस्त को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए बातचीत की थी। आज 15 सितंबर है, महज 36 दिन के भीतर सब कुछ तय हो गया।
हिंदुजा ने त्वरित निर्णयों के लिए मुख्यमंत्री व उनकी पूरी टीम को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की इस टीम की तरह ही और राज्यों में भी अगर काम हो, तो उद्योग जगत का परिदृश्य ही बदल जायेगा। उत्तर प्रदेश की यह नवीन इकाई शीघ्र ही प्रारम्भ हो जाएगी। चरणबद्ध रूप से यहां ई-मोबिलिटी के विभिन्न आयामों पर कार्य किया जाएगा। कम्पनी आने वाले वर्षों में डीजल बसों और वाणिज्यिक वाहनों के अपने पूरे बेड़े को इलेक्ट्रिक और अन्य वैकल्पिक ईंधन में बदलने की योजना पर कार्य कर रही है।