भारत-अंतर्राष्ट्रीय नृत्य और संगीत महोत्सव-2025
लखनऊ। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर), विदेश मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से आयोजित 10वें भारत-अंतर्राष्ट्रीय नृत्य और संगीत महोत्सव-2025 में भारत, रूस, दक्षिण अफ्रीका, मंगोलिया, वियतनाम, फिजी, मलेशिया, किर्गिजस्तान, रवांडा, बांग्लादेश और मालदीव के कलाकारों ने अपनी पारंपरिक वेशभूषा से सुसज्जित होकर समृद्ध संगीत और नृत्य परंपराओं के माध्यम से अपनी सांस्कृतिक विरासत की झलक प्रस्तुत की।
‘ वसुधैव कुटुम्बकम्’ की अवधारणा पर विभिन्न देशों के कलाकारों ने अपनी संयुक्त प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। प्रसिद्ध कोरियोग्राफर सुश्री रानी खानम के निर्देशन में भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कलाकारों ने अविस्मरणीय प्रस्तुति दी। वहीं, रूस, मंगोलिया और रवांडा के कलाकारों ने अपनी जीवंत प्रस्तुति से समां बांधा दिया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि, संस्कृति और पर्यटन मंत्री श्री जयवीर सिंह ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ को भारत की संस्कृति की आत्मा बताते हुए कहा कि यह भावना भारत को सदियों से संपूर्ण विश्व से जोड़ने के लिए प्रेरित करती रही है। आज विभिन्न देशों की प्रस्तुति सांस्कृतिक रूप से हमे और नजदीक लाएगी। लखनऊ के बाद 22-23 फरवरी को प्रयागराज के महाकुंभ में भी ये कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। वहीं, प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन विभाग श्री मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा कि यह वैश्विक महोत्सव न केवल कला और संस्कृति का उत्सव है, बल्कि यह दुनिया भर के देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को सुदृढ़ करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। आईसीसीआर की महानिदेशक के. नंदिनी सिंगला (भारतीय विदेश सेवा) ने कहा कि यह सांस्कृतिक महोत्सव दुनिया भर की संस्कृतियों का संगम है। संस्कृति हमें ऊंचा उठाती है और नवाचार के लिए प्रेरित करती है, इसलिए यह आयोजन मानवता की एकता का प्रतीक है। मैं इस शानदार आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के साथ-साथ कलाकारों का भी आभार प्रकट करती हूं।
कार्यक्रम में बाल विकास व पुष्टाहार मंत्री श्रीमती बेबीरानी मौर्य, आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र दयालु, अपर मुख्य सचिव वित्त दीपक कुमार, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम, प्रमुख सचिव रंजन कुमार, आईसीएआर की उप निदेशक अंजू रंजन, विशेष सचिव संस्कृति रवींद्र कुमार सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।