लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने तय किया है कि प्रदेश के प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में एक-एक आरोग्य मित्र की तैनाती की जायेगी, जिससे पीएचसी के कमांड एरिया में स्वास्थ्य व पोषण की पूरी सुविधाएं मिल सकें। इस योजना से 22 लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आयोजित हुए अरोग्य मेले से 27 लाख लोगों को रोजगार मिला है।
मुख्यमंत्री गुरुवार को लोकभवन में आयोजित ‘कौशल सतरंग’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए शुभकामनाएं दी और कहा कि ‘कौशल सतरंग’ के माध्यम से यूपी की इकोनॉमी को आप, अपनी ऊर्जा और प्रतिभा से नई गति से आगे बढ़ाने में सफल हों।
उन्होंने कहा कि हमारी ‘युवा ऊर्जा’, उत्तर प्रदेश जैसे राज्य के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।हर कार्य को करने का अपना एक दृष्टिकोण होना चाहिए और वह दृष्टिकोण जब सकारात्मक होता है तो उसके परिणाम भी सकारात्मक होते हैं। उन्होंने कहा कि ‘कौशल सतरंग’ के 7 घटकों को एक साथ मिलाकर उत्तर प्रदेश के युवाओं के रोजगार, स्वरोजगार और स्वावलंबन के लिए आज का यह प्रयास प्रदेश की युवा ऊर्जा को समर्पित है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में युवाओं के हुनर को आगे बढ़ाने का कार्यक्रम पूरे देश में चल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो इसके लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर अरोग्य मित्र की तैनाती की योजना है।
उन्होंने कहा कि लोगों के मन में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को लेकर यह बात आ चुकी थी कि स्वास्थ्य केन्द्र नहीं चल सकेंगे, वह समाप्त हुई और वहां की चहल-पहल से लोगों के मन में एक नई उमंग देखने को मिली है। 6 आरोग्य मेलों के दौरान मैंने चंदौली, लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, सिद्धार्थनगर एवं कुशीनगर में जाकर अनुभव किया कि सामान्य नागरिकों के लिए यह मेले बहुत उपयोगी हैं। हमने ‘मुख्यमंत्री आरोग्य मेले’ के अंतर्गत ‘पोषण मिशन’ और ‘आयुष्मान भारत’ को जोड़कर एक नया कार्यक्रम शुरू किया। अब तक 6 आरोग्य मेले संपन्न हुए हैं जिनमें 27 लाख लोगों को सीधे-सीधे स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई गईं।
मुख्यमंत्री ने स्वामी प्रसाद मौर्य एवं कपिल देव अग्रवाल को कार्यक्रम को नई ऊंचाईयों पर ले जाने का धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रदेश अब नई दिशा में आगे बढ़ रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है कि प्रदेश में सार्वजनिक और निजी रूप से 3 लाख करोड़ से अधिक का औद्योगिक निवेश हुआ। इससे हम प्रदेश में 37 लाख युवाओं को सीधे-सीधे नौकरी और रोजगार से जोड़ने की कार्रवाई कर रहे हैं।
पहली बार उत्तर प्रदेश में श्रमिकों और निराश्रित बच्चों के लिए नवोदय विद्यालयों की तर्ज पर आवासीय विद्यालयों का निर्माण किया जा रहा है। इनकी सारी व्यवस्था सरकार द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी तक 2.37 लाख से अधिक शिल्पकारों को उनके हुनर के प्रमाण पत्र वितरित किए गए हैं। हमारा प्रयास है कि हम इन योजनाओं को प्रदेश में बहुत अच्छी तरह से लागू करें।
‘मुख्यमंत्री अप्रेंटिसशिप योजना’ के अंतर्गत युवाओं को किसी उद्यम से अप्रेंटिसशिप द्वारा जुड़ने पर भारत सरकार द्वारा 1,500 और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 1,000 युवा को दिए जाएंगे कई छोटी-छोटी योजनाओं को एकीकृत कर हमने 1,200 करोड़ की धनराशि इस एक योजना के लिए तय की है। विभिन्न संस्थाएं इसमें रुचि लें तो लाखों युवाओं को आर्थिक स्वावलंबन की ओर बढ़ाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘कौशल सतरंग’ के अंतर्गत मुख्यमंत्री उद्यमिता विकास के कार्यक्रम द्वारा हर जिले को ‘युवा हब’ के रूप में विकसित किया जाएगा। जिससे प्रथम चरण में 30,000 से अधिक ‘स्टार्ट अप’ तैयार करने हैं। उन्होंने कहा कि ‘जीरो बजट’ की खेती के साथ किसानों के लिए एक और योजना तैयार की गई। एक निराश्रित गाय किसी किसान के 30 एकड़ खेत के लिए 1 वर्ष तक पर्याप्त खाद उपलब्ध करा सकती है। इससे उत्पादन भी अन्य प्रकार की खेती की तुलना में बेहतर होता है। हमने गायों की उन्नत नस्ल के लिए भी योजना बनाई है।
इसके साथ गोवंश से जुड़ी योजनाओं को नियंत्रित ढंग से लागू करने के लिए हमने गोवंशों की ईयर टैगिंग की योजना आरंभ की है। इस योजना को किसानों के साथ जोड़ते हुए हमने तय किया कि कोई किसान यदि किसी निराश्रित गोवंश का अपने घर में पालन करेगा तो उन्हें 900 प्रतिमाह प्रति गोवंश के लिए दिए जाएंगे। इसके अंतर्गत लगभग 50,000 गोवंश, किसान परिवारों को उपलब्ध कराए गए हैं। निराश्रित गोवंश के लिए चलाई गई ‘निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल योजना’ के अंतर्गत आज साढ़े चार लाख गोवंश इन आश्रय स्थलों में हैं।
कार्यक्रम में सीएम युवा हब सहित 7 नई परियोजनाओं का शुभारम्भ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने विभाग द्वारा प्रकाशित कॉफी टेबल बुक ‘उम्मीदों के संग, कौशल के सतरंग’ का विमोचन किया। कार्यक्रम में कौशल विकास एवं व्यावसायिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल और श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य भी उपस्थित रहे।