लखनऊ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि भारत-चीन विवाद के दौरान सेना ने शानदार प्रदर्शन किया और देश का मनोबल बढ़ाया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ लखनऊ छावनी स्थित मध्य सेना कमान में सेना के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के लिए भूमि पूजन करने के बाद सिंह ने कहा, यह नया निर्माण हमें एक संदेश देता है कि अगर पिछले साल बाधाएं थी, यह समाधान का वर्ष है।
सिंह ने कहा कि भारत-चीन विवाद के दौरान सेना के करिश्माई प्रदर्शन ने देश का मनोबल बढ़ाया है, साथ ही नागरिकों को अपना सिर ऊंचा रखने में सक्षम बनाया है। उन्होंने कहा कि इस साल भारत-पाकिस्तान युद्ध का स्वर्ण जयंती वर्ष मनाया जा रहा है जिससे भारत का मस्तक पूरी दुनिया में ऊंचा हुआ है। रक्षा मंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया कोरोना संकट का का सामना कर रही है और किसी ने यह नहीं सोचा था कि महामारी की शुरुआत के साथ होली, ईद और दिवाली जैसे त्यौहारों की धूमधाम फीकी हो जाएगी।
किसी ने कल्पना नहीं की थी कि ट्रेनें रुक जाएंगी, स्कूल और बाजार बंद हो जाएंगे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस संकट का सामना किया गया। वहीं मध्य कमान सेनाध्यक्ष आईएस घुमन ने कहा कि 8 आर्मी स्टेशन भी वर्चुअल रूप से जुड़े हुए हैं। 1889 में ब्रिटिश आर्मी के लिए कमान अस्पताल बना था। अभी उसे मॉडर्न बना रहे हैं। नया मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में 788 बेड और 100 इमरजेंसी बेड, 6 लाख जवानों को कवर करेगा, 22 मिलिट्री अस्पताल अभी सेवाएं दे रहे हैं।
नर्सिंग कॉलेज, डेंटल के लिए भी कॉलेज की तरह काम करेगा। पिछले 8 महीने में यहां लगे पेड़ों को शिफ्ट किया गया है। काटा नहीं गया है। टेंडर जल्द दिए जाएंगे। अगले तीन से चार साल में अस्पताल तैयार हो जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि महामारी के समय सबसे बड़ी चुनौती परीक्षण की थी क्योंकि शुरुआत में दो प्रयोगशालाएं थी लेकिन आज एक हजार से अधिक प्रयोगशालाएं हैं। सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र को लेकर सरकार जागरूक है और दुनिया के किसी भी देश में स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर इतनी बड़ी योजना नहीं बनी, जितनी भारत में आयुष्मान भारत योजना कारगर साबित हुई है।
रक्षा मंत्री ने दावा किया कि पूरी दुनिया में आयुष्मान भारत योजना का कोई जवाब नहीं है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों की भी सराहना की। राजनाथ सिंह ने कहा कि हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज और पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल कॉलेज लाने का सरकार का लक्ष्य है और सिर्फ छह वर्ष में देश में 22 नए एम्स बन गए हैं। सिंह ने कहा कि पांच वर्षों में एमबीबीएस की 30,000 सीटें बढ़ी हैं और स्नातकोत्तर की 15 हजार सीट बढ़ी हैं।
उन्होंने कहा कि इसकी चर्चा इसलिए की जा रही है, क्योंकि स्वास्थ्य को लेकर सरकार जागरुक है और उसी दिशा में इस अस्पताल की नींव रखी गई है। उन्होंने भरोसा दिया कि इस कार्य में कहीं भी कोई बाधा आएगी तो हम सब मिलकर बाधा को दूर करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि पूरी दुनिया जिस महामारी से त्रस्त थी, उसके खिलाफ टीकाकरण शुरू हो गया है और नए कमान अस्पताल के शिलान्यास से खुशी दोहरी हो गई है। इस मौके पर सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे भी मौजूद रहे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय और बलरामपुर हॉस्पिटल में चल रहे टीकाकरण अभियान का वहां जाकर जायजा लिया और इस अभियान में शामिल फ्रंटलाइन वर्कर्स का अभिनंदन किया। पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि स्वदेशी टीका केवल भारतवासियों को ही नहीं लगाई जाएगी बल्कि दुनिया के अन्य देशों को भी हम निर्यात करने वाले है, क्योंकि भारत एक ऐसा देश है जो वसुधैव कुटुंबकम की विचारधारा का अनुसरण करता है और यह संदेश सिर्फ भारत के द्वारा अपने कार्यों से पूरे विश्व में प्रचारित किया जाता रहा है। उन्होंने कहा हमने केवल अपनी ही चिंता नही की है बल्कि सारे विश्व की चिंता की है।