मुख्य सचिव ने की प्रदेश में संचारी रोगों के संबंध में अंतर्विभागीय बैठक
संचारी रोगों के प्रसार को रोकने के लिए सभी विभाग करें हर संभव प्रयास
शहरी व ग्रामीण में किसी भी क्षेत्र में गंदगी, गंदा पानी, स्थिर पानी और मच्छरों के लिए संभावित प्रजनन स्थल को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए
विशेष संवाददाता लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि संचारी रोगों के प्रसार को रोकने के लिए सभी संबंधित विभागों द्वारा हर संभव प्रयास किये जायें। संवेदनशील जिलों को विशेष तवज्जो दी जाये। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में रोगियों की संख्या के आधार पर चिन्हित हाई रिस्क क्षेत्रों तथा अधिक मच्छर व लार्वा घनत्व वाले क्षेत्रों की विभागीय अधिकारियों के द्वारा नियमित मॉनीटरिंग की जाये। किसी भी शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में गंदगी, गंदा पानी, स्थिर पानी और मच्छरों के लिए संभावित प्रजनन स्थल होए उन्हें तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाए और फॉगिंग तथा लावीर्साइडल स्प्रे कराया जाये।
मुख्य सचिव गुरुवार को प्रदेश में संचारी रोगों के संबंध में अंतर्विभागीय बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी सम्बन्धित विभाग आपसी समन्यव से कार्य करें। हाई रिस्क क्षेत्र में नगर निकायों के निकट स्थित ग्रामीण क्षेत्रों और नवीन कालोनियों में विशेष तौर पर सघनता से मच्छर नियंत्रण गतिविधियां करायी जाये। हाई रिस्क गांव व क्षेत्र की ग्राम विकास अधिकारी एवं ग्राम पंचायत सहायकों के माध्यम से विशेष निगरानी की जाए।
संक्रामक रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए माइकिंग के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाये। मच्छरजनक स्थितियां पैदा करने वाले व्यक्तियों एवं संस्थानों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि आवास विभाग द्वारा रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) को सेंसटाइज करते हुए कालोनी में मच्छर प्रजनन के लिए अनुकूल परिस्थितियों को रोकने की कार्यवाही करायी जाये। नगर निकायों व स्मार्ट सिटी के एलईडी होर्डिंग्स, कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों मे लगे लाउडस्पीकर्स आदि उपलब्ध अन्य प्रचार माध्यमों का उपयोग संचारी रोगों के प्रसार को रोकने के लिए ‘क्या करें और क्या न करें’ इसके लिए जागरूक किया जाये।
इसके अलावा सूचना विभाग द्वारा भी होर्डिंग, बैनर, एफएम रेडियो पर जिंगल्स तथा सम्बन्धित वीडियो का एलईडी वैन के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाये। उन्होंने कहा कि शिक्षकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों को दिमागी बुखार, वेक्टर जनित और जल जनित रोगों से बचाव, रोकथाम एवं उपचार के लिए जागरूक किया जाये। किसी भी विद्यालय में व हैण्डपम्प के आसपास जलभराव कि स्थिति नहीं होनी चाहिए। विद्यार्थियों के फुल पैंट व शर्ट पहनकर स्कूल आने के लिए कहा जाये।
किसी भी बच्चे के बुखार से पीड़ित मिलने पर इसकी सूचना स्थानीय हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर अथवा प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी को सूचित किया जाये। उन्होंने कहा कि संचारी रोगों के प्रसार को रोकने के लिए औद्योगिक इकाइयों की बहुतायत वाले जिलों गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, कानपुर नगर, आगरा इत्यादि पर विशेष फोकस की आवश्यकता है।
यह सुनिश्चित किया जाये कि औद्योगिक इकाइयों के भीतर कूड़ा इकट्ठा होने अथवा जलभराव कि स्थिति न उत्पन्न हो। किसी इकाई में बड़ी संख्या में कर्मी बुखार आदि से पीड़ित स्थिति में तत्काल जनपदीय स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचित किया जाये। इसी प्रकार निमार्णाधीन इकाइयों में जल भराव एवं मच्छर जनक अनुकूल स्थितियां रोकने के लिए आवश्यक कार्यवाहियां करायी जाये।