मथुरा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इण्टरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का आठ मार्च से शुरू हो जाने रहे मूल्यांकन कार्य में उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यापक शामिल नहीं होंगे। संघ ने अपनी मांगें नहीं माने जाने के चलते इसका विरोध करने का निर्णय लिया है।
संघ ने इस संबंध में अपर जिलाधिकारी
संघ ने इस संबंध में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) सतीश कुमार त्रिपाठी को मुख्य सचिव को संबोधित नौ सूत्री एक मांग पत्र सौंपा है। उन्होंने अपनी मांगों पर विचार किए जाने तक मूल्यांकन कार्य का पूर्ण बहिष्कार करने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। गौरतलब है कि मूल्यांकन कार्य के दौरान जनपद के करीब डेढ़ हजार शिक्षकों को प्रतिदिन तकरीबन एक लाख कॉपियां जांचनी हैं। संघ के मण्डलीय मंत्री राजेश कुमार सिंह ने कहा कि उनकी मांगों में पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, शिक्षकों एवं अन्य कर्मचारियों को पूर्ण चिकित्सीय सुविधा देने और मूल्यांकन एवं निरीक्षण का मानदेय सीबीएसई शिक्षकों के बराबर करना आदि शामिल है।