लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने बुधवार को कहा कि भारत प्राचीन राष्ट्र, हिंदू राष्ट्र और एक राष्ट्र है, यही संघ का विचार है। इस विचार में कभी कोई बदलाव नहीं होगा।
आरएसएस अवध प्रान्त की ओर से आयोजित ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ-विचार और कार्य’ विषय पर संगोष्ठी को मुख्यवक्ता के तौर पर संबोधित करते हुए अरुण कुमार ने कहा कि संघ का कितना भी कोई विरोधी क्यों न हो एक बार शाखा में आ गया तो फिर वह संघ का होकर रह जाता है।
प्रचार प्रमुख ने कहा कि साल 1964 में बाबू जयप्रकाश नारायण संघ के संपर्क में आए। बिहार में अकाल के समय वह संघ कार्य को देखकर प्रभावित हुए। जयप्रकाश नारायण ने दिल्ली के संघ कार्यक्रम में कहा कि मेरी सम्पूर्ण क्रांति का स्वप्न कोई साकार करेगा तो वह संघ ही होगा। इसलिए हम ऐसे सभी लोगों से आग्रह करते हैं कि वह थोड़ा और नजदीक आएं और संघ को समझने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में संघ के प्रति अनुकूलता का माहौल है। समाज जीवन में बहुत बड़ा वर्ग है जो संघ से जुड़ना चाहता है, व्यस्तता के चलते संभव नहीं है। इस प्रकार की संगोष्ठी का आयोजन देशभर में विभिन्न स्थानों पर संघ को बताने व समझाने के लिए किया जा रहा है।
अरुण कुमार ने कहा कि संघ प्रत्येक स्वयंसेवक में राष्ट्र के प्रति भक्ति, समाज के प्रत्येक व्यक्ति के प्रति प्रेम, समाज जीवन में अंतिम क्षण तक समर्पण और बिना किसी भेदभाव के लोगों को स्नेहभाव देना, ऐसे चार प्रकार के गुणों को विकसित करता है। इसलिए संघ दुनिया का इकलौता ऐसा अद्भुत संगठन है, जहां कार्यकर्ता को आगे बढ़ते देखकर सुखद अनुभूति होती है और समय के साथ-साथ संघ ने जरूरत के अनुसार अपना लक्ष्य, भगवा ध्वज और अपना विचार छोड़कर सब कुछ बदल दिया।
प्रचार प्रमुख ने कहा कि संघ के स्वयंसेवक प्रत्येक दिन शाखा पर प्रार्थना बोलते हैं उसकी अंतिम लाइन में संघ का लक्ष्य क्या है, यह बताया गया है। संघ राष्ट्र को परमवैभव की ओर ले जाना चाहता है। आध्यात्मिक अधिष्ठान और भौतिक समृद्धि से युक्त समतामूलक समाज की स्थापना करना ही संघ का लक्ष्य है। इस दौरान गोष्ठी में आये हुये लोगों की जिज्ञासा और सवालों का भी उत्तर अरूण कुमार ने दूसरे सत्र में दिये।
इससे पूर्व विषय प्रवेश करते हुए विश्व संवाद केंद्र के अध्यक्ष नरेंद्र भदौरिय ने कहा कि संघ जाग्रत समाज से राष्ट्रनिर्माण के कार्य को अंगीकार करता है। जाग्रत समाज से ही अपेक्षा की जा सकती है। सबको साथ लेकर चलना संघ का कार्य व्यवहार है। विश्व को श्रेष्ठ बनाने का संकल्प संघ ने लिया है। 94 वर्षों की अनथक यात्रा को संजोए भारत माता के मान वृद्धि के लिए संघ समाज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में कार्य कर रहा है। मंच पर अवध प्रान्त के संघचालक श्रीमान प्रभूनारायण जी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रान्त प्रचार प्रमुख डा. अशोक दुबे ने किया।