अमेरिका ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र के एक प्रस्ताव को वीटो कर दिया, जिसमें इजराइल पर हसास के हमलों, नागरिकों के खिलाफ हिंसा की निंदा करने और गाजा में फलस्तीनियों को मानवीय मदद पहुंचाने का आग्रह किया गया था।
पंद्रह सदस्य सुरक्षा परिषद के 12 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में जबकि अमेरिका ने विरोध में मतदान किया, जबकि
दो सदस्य अनुपस्थित रहे। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी दूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने मतदान के बाद कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन मध्य पूर्व पहुंचकर राजनयिक वार्ता कर रहे हैं और हमें उस कूटनीति की आवश्यकता है।
उन्होंने प्रस्ताव में इजराइल के आत्मरक्षा के अधिकार के बारे में कुछ नहीं कहे जाने पर भी आपत्ति जताई। ब्राजील द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव पर वीटो होने से पहले परिषद के सदस्यों ने इसमें रूस के दो संशोधनों को खारिज कर दिया। इन दो संशोधनों में मानवीय संघर्ष विराम का आह्वान करना और गाजा में नागरिकों एवं अस्पतालों और स्कूलों पर अंधाधुंध हमलों की निंदा करना शामिल था।