एक किमी की दूरी तय करने में लग गये पौन घंटे
वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। शहर के भीषण जाम ने एक एम्बुलेंस को भी रास्ता नहीं दिया। जाम में फंसी रही एम्बुलेंस में करीब पौन घंटे तक मरीज तड़पता रहा और आखिरकार अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी सांसे उखड़ गयीं।
सरोजनीनगर के बेहसा गांव के रहने वाले 75 वर्षीय बुजुर्ग वेद प्रकाश को आंख में कुछ तकलीफ थी। कुछ दिन पहले उन्होंने इंदिरा गांधी नेत्र चिकित्सालय में आपरेशन कराया था। सोमवार को वह आंख की जांच लिए बेटी संग अस्पताल आए थे। पर्चा बनाने बाद बेटी ने उन्हें कुर्सी पर बिठाकर मरीज को दिखाने के लिए लाइन में लग गयी। करीब साढ़े ग्यारह बजे वह कुर्सी पर बैठे-बैठे अचानक बेहोश होकर गिर गये। बुजुर्ग के गिरने से वहां हड़कम्प मच गया। आस-पास खड़े लोगों ने उन्हें उठाया। अस्पताल ने अपनी एम्बुलेंस से मरीज को बलरामपुर अस्पताल भिजवाया।
अस्पताल से एंबुलेंस निकलते ही जाम में फंस गई। स्थिति यह रही कि इंदिरा गांधी नेत्र चिकित्सालय से बलरामपुर अस्पताल की एक किमी दूरी तय करने में एंबुलेंस को करीब पौन घंटे लग गए। इस दौरान एंबुलेंस सॉयरन बजाती रही मगर रास्ता नहीं मिला। आखिरकार दोपहर करीब सवा 12 बजे एंबुलेंस बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी गेट तक पहुंच सकी। आनन-फानन में मरीज को स्ट्रेचर से इमरजेंसी ले जाया गया। वहां मौजूदा डॉक्टरों ने फौरन जांच शुरू कर दी। मरीज के शरीर में कोई हरकत न होती देख ईसीजी किया गया। ईसीजी से जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। बलरामपुर अस्पताल के इमरजेंसी मेडिकल अफसर डॉ. सर्वेश सिंह ने बताया मरीज मृत अवस्था में लाया गया था।