लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने मेरठ में अल्पसंख्यकों को पाकिस्तान चले जाने की धमकी दे रहे एक पुलिस अधिकारी की भाषा और आचरण की कड़ी निंदा करते हुए से पुलिसकर्मियों की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच कराने की मांग की है।
मायावती ने रविवार को किए गए ट्वीट में कहा, उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में वर्षों से रह रहे मुसलमान भारतीय हैं ना कि पाकिस्तानी। संशोधित नागरिकता कानूर्न सीएएी और एनआरसी के विरोध-प्रदर्शन के दौरान खासकर उत्तर प्रदेश के मेरठ एसपी सिटी का उनके लिए साम्प्रदायिक भाषााटिप्पणी की प्रयोग करना अति निन्दनीय और दुर्भाज्ञपूर्ण है।
1. उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में वर्षों से रह रहे मुसलमान भारतीय है ना कि पाकिस्तानी अर्थात् CAA/NRC के विरोध-प्रदर्शन के दौरान खासकर उत्तर प्रदेश के मेरठ SP सिटी द्वारा उनके प्रति साम्प्रदायिक भाषा/टिप्पणी करना अति निन्दनीय व दुर्भाग्यपूर्ण।
— Mayawati (@Mayawati) December 29, 2019
अपने दुसरे ट्वीट में मायावती ने मांग के तौर पर कहा, ऐसे सभी पुलिसकर्मियों की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए और दोषी होने के सही सबूत मिलने पर उनको तुरन्त नौकरी से बर्खास्त किया जाना चाहिए।
2. ऐसे सभी पुलिसकर्मियों की उच्च स्तरीय न्यायिक जाँच होनी चाहिये और दोषी होने के सही सबूत मिलने पर फिर उनको तुरन्त नौकरी से बर्खास्त करना चाहिये। बी.एस.पी. की यह माँग है।
— Mayawati (@Mayawati) December 29, 2019
वीडियो पर विवाद बढऩे के बाद अखिलेश नारायण सिंह ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि जिस गली का वीडियो सामने आया है, उसमें कुछ अराजक तत्व ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे थे इसीलिए उन्होंने पाकिस्तान चले जाने की बात कही थी। वहीं राज्य सरकार के प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने मेरठ के पुलिस अधीक्षर्क नगरी अखिलेश नारायण सिंह के इस वीडियो पर उनकी तारीफ की है।
शलभ मणि त्रिपाठी ने ट्वीट किया सैल्यूट है मेरठ के सिटी एसपी अखिलेश नारायण सिंह को, पाकिस्तान जिंदाबाद और भारत मुर्दाबाद के नारे लगा रहे उपद्रवियों को करारा जवाब देने के लिए। अब कुछ तथाकथित प्रबुद्घों को अफसोस है कि भारत मुर्दाबाद और पाकिस्तान जिंदाबाद बोलने वाले गद्दारों को पाकिस्तान जाने को क्यों कहा।
सैल्यूट है मेरठ के सिटी एसपी अखिलेश नारायण सिंह को, पाकिस्तान ज़िंदाबाद और भारत मुर्दाबाद के नारे लगा रहे उपद्रवियों को करारा जवाब देने के लिए, अब कुछ तथाकथित प्रबुद्धों को अफ़सोस है कि भारत मुर्दाबाद और पाकिस्तान ज़िंदाबाद बोलने वाले ग़द्दारों को पाकिस्तान जाने को क्यूँ कहा !! pic.twitter.com/RjjD7spPQi
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) December 28, 2019