लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को संसदीय बोर्ड की बैठक की। अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में हमारी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) की रणनीति कामयाब रही। हमने जनता के मुद्दे उठाए। इससे भाजपा की नकारात्मक राजनीति खत्म हो गई।
कन्नौज से सांसद का चुनाव जीतने के बाद अखिलेश यादव ने अपनी विधानसभा करहल को छोड़ने का निर्णय लिया है, जहां इसकी घोषणा उन्होंने सांसदों से बैठक में की। वहीं, अब अखिलेश दिल्ली की राजनीति करेंगे। अखिलेश ने 2022 में मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था।
जीत के बाद आजमगढ़ के सांसद पद से उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। आजमगढ़ में उपचुनाव हुए, उसमें भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ ने जीत दर्ज की थी। संसदीय दल की बैठक में सपा के 37 सांसद शामिल हुए। बैठक में मंथन के बाद उन्होंने विधानसभा सीट छोड़ने का ऐलान किया। अखिलेश ने कहा- पीडीए की रणनीति की जीत होने से देश में नकारात्मक राजनीति खत्म हो गई।
उन्होंने कहा कि अब समाजवादियों की जिम्मेदारी बढ़ गई। वह जनता की एक-एक बात सुनें, उनके मुद्दों को उठाएं, क्योंकि जनता के मुद्दों की जीत हुई है।वहीं, उन्होंने कहा-इस चुनाव में हमारे सांसदों ने लगातार मेहनत की। जनता के बीच रहे। यही वजह रही कि सपा ने सबसे ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं, अखिलेश ने कहा ,कि हमारे एक सांसद वह हैं, जिन्हें जीत का सर्टिफिकेट मिल गया। दूसरे वह हैं, जिन्हें भाजपा की धांधली की वजह से सर्टिफिकेट नहीं मिल पाया। हम दोनों सांसदों को बधाई देते हैं। उम्मीद का दौर शुरू हो चुका है। जनता के मुद्दों की जीत हुई है।