लखनऊ। अयोध्या जनपद में सरयू एक्सप्रेस ट्रेन की बोगी में मुख्य महिला आरक्षी पर चाकू से हमला होने की बात सामने आयी है। वारदात के बाद से ही महिला कांस्टेबल लखनऊ के केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में मौत और जिन्दगी के बीच संघर्ष कर रही है। इस दौरान घटना की गंभीरता को समझते हुए सोमवार को प्रमुख सचिव ग्रह संजय प्रसाद डीजीपी विजय कुमार व स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ट्रामा सेंटर पहुंचे और घायल महिला आरक्षी का हाल चाल जाना। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात चीत में कहा कि मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है। जैसे ही महिला कांस्टेबल बोलने की स्थित में आयेगी उससे बात चीत कर आगे की कार्रवाई की जायेगी। स्पेशल डीजी ने बताया कि जांच में यूपी एसटीएफ भी सहयोग करेगी।
हाईकोर्ट के सख्त रुख को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। घटना पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गहरी नाराजगी जताई है। हाईकोर्ट ने मामले में रविवार को छुट्टी के दिन भी सुनवाई की। चीफ जस्टिस के आवास पर बैठी स्पेशल बेंच ने रेलवे व यूपी सरकार से जवाब तलब किया। प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि आरक्षी की हालत में सुधार हुआ है। मामले की जांच की जा रही है।कोर्ट में रविवार को हुई सुनवाई में जांच से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी को पेश होने के निर्देश दिए थे। वहीं, हाईकोर्ट ने सोमवार को घटना की पूरी जानकारी ली। एसपी रेलवे लखनऊ पूजा यादव ने कोर्ट को बताया कि पांच टीमें मामले की जांच कर रही हैं। इसमें सीओ और डिप्टी एसपी रैंक के आॅफिसर शामिल हैं।
कोर्ट ने घायल सिपाही की स्थिति भी जानी। एसपी ने बताया कि केजीएमयू में सिपाही का उपचार चल रहा है। कोर्ट ने मजिस्ट्रेट को महिला के पास जाकर बयान लेने के लिए कहा है। रेलवे को जांच में सहयोग करने के लिए कहा है। इसके साथ ही सुनवाई की तिथि 13 सितंबर तय की है। न्यायाधीश प्रींतिकर दिवाकर और न्यायाधीश आशुतोष श्रीवास्तव की डिवीजन बेंच में रविवार को मामले की सुनवाई हुई थी। हाईकोर्ट के वकील रामकुमार कौशिक ने मामले में चीफ जस्टिस को पत्र देकर इसे पीआईएल के तौर पर स्वीकार करने का अनुरोध किया था। इस पर कोर्ट ने यूपी सरकार के एडिशनल एडवोकेट जनरल मनीष गोयल, शासकीय अधिवक्ता एके संड, एडिशनल गवर्नमेंट एडवोकेट जेके उपाध्याय व एडिशनल चीफ स्टैंडिंग काउंसिल प्रियंका मिड्ढा को तलब किया था।
गौरतलब है कि 30 अगस्त को अयोध्या रेलवे स्टेशन पर सुबह करीब 4 बजे मनकापुर से प्रयागराज जा रही सरयू एक्सप्रेस में एक महिला मुख्य आरक्षी गंभीर रूप से घायल मिली थी। उसके कपड़े अस्त-व्यस्त थे, साथ ही चेहरे व गले पर धारदार हथियार से कई बार किए गए थे।
जीआरपी अयोध्या ने उसे इलाज के लिए श्रीराम अस्पताल पहुंचाया, जहां से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया था। महिला आरक्षी की हालत स्थिर बताई जा रही है लेकिन वह घटना के पांच दिन बाद भी बयान देने की स्थिति में नहीं है। उक्त महिला आरक्षी प्रयागराज की रहने वाली है। साथ ही सुल्तानपुर जिले में तैनात है। अयोध्या सावन झूला मेला में उसकी ड्यूटी लगी थी।