आखिर लेडी डॉन दीप्ति बहल का मददगार कौन !

  • पांच लाख की इनामिया को ढूंढने में हाईटेक पुलिस के छूटे पसीने

राजा शेख

लखनऊ। योगी सरकार माफिया के सफाये को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाये हुये हैं, वहीं यूपी की हाईटेक पुलिस को एक शातिर महिला अपराधी ने नाकों चने चबवा दिये है। यह महिला कितनी शातिर है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश की हाईटेक पुलिस उसको ढूंढने में नाकाम होने पर लगातार इनाम की राशि बढ़ाती गयी और आज वह यूपी पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में पांच लाख इनाम के साथ पहले नंबर पर आ चुकी है। फिर भी पुलिस के हाथ खाली है। न मुखबिर तंत्र काम आ रहा है और न ही कोई तकनीक। ऐसे में चर्चा यह भी है कि आखिरकार इस लेडी डॉन का मद्दगार कौन है, जो उसकी हर पल मद्द कर कानून के शिकंजे से बचाये हुए है। फिलहाल उसके पीछे ईडी, सीबीआई एओडब्लू, यूपी पुलिस और एसटीएफ सभी एजेंसियों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया लेकिन वह हाथ नहीं लगी। अब ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि उसे जमीन खा गयी या आसमान निगल गया।

वहीं प्रयागराज के माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन वर्तमान में उत्तर प्रदेश की मोस्ट वांटेड महिला अपराधियों की सूची में दूसरे स्थान पर है। सूची में शीर्ष स्थान हासिल करने वाली महिला दीप्ति बहल, जो यूपी बाइक बॉट घोटाले में शामिल है, जिसने 15 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है और उस पर प्रदेश भर में करीब सौ से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं। दीप्ति बहल, धोखाधड़ी के मामले में अन्य सभी आरोपियों के साथ, वर्तमान में फरार चल रही है, जिसके खिलाफ पुलिस ने बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है।

बता दें कि दीप्ति बहल उत्तर प्रदेश में हुए बाइक बॉट घोटाले के चार प्रमुख अभियुक्तों में से एक हैं, जिसके माध्यम से समूह ने कथित तौर पर नोएडा और गाजियाबाद में 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की। दीप्ति बहल इस मामले के मुख्य आरोपी संजय भाटी की पत्नी हैं। अधिकारियों द्वारा यूपी बाइक बॉट घोटाले का पदार्फाश किये जाने के बाद से दीप्ति बहल ने अपने पति संजय भाटी के साथ अपना कारोबार बंद कर दिया। अपने निवेशकों के हजारों करोड़ रुपये हड़पने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार हो गयी। जानकारों का कहना है कि संजय भाटी और दीप्ति बहल इस अपराध के मास्टरमाइंड थे। उन्होंने जल्दी पैसा कमाने के उद्देश्य से नोएडा में गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के नाम से एक रियल एस्टेट कंपनी बनायी। हजारों लोगों से फ्रॉड करने के बाद लापता हो गयी जबकि पति संजय भाटी ने सरेंडर कर दिया और वह जेल में है।

आकर्षक योजना का लालच, निवेशकों के लिए बनी गले की हड्डी

इस योजना में निवेशकों को एक बाइक के लिए 62 हजार रुपये का भुगतान करना पड़ता था, जिसे तब दोपहिया टैक्सी के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। इस योजना ने निवेशकों को बड़े पैमाने पर रिटर्न देने का वादा किया था। 5,175 रुपये प्रति माह की ईएमआई तय की गई थी और किराया 4,590 रुपये प्रति बाइक प्रति माह तय किया गया था। यूपी बाइक बॉट योजना में लगभग दो लाख निवेशकों ने भाग लिया लेकिन कभी भी रिटर्न नहीं मिला। दीप्ति बहल और उनके पति ज्यादातर नोएडा और गाजियाबाद के निवेशकों के हजारों करोड़ रुपये लेकर भाग गये जबकि इस मामले में ईडी ने दीप्ति बहल की करोड़ो रुपये की सम्पति जब्त कर चुकी है लेकिन हाईटेक यूपी पुलिस अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

एआई के दौर में भी हाईटेक पुलिस के हाथ खाली

आर्टीफिशियल इंटीलिजेंस (एआई) के दौर में जब पुलिस कुख्यात अपराधियों को पकड़ने में उच्च स्तर की तकनीक का इस्तेमाल कर धर दबोचती है तो ऐसे में दीप्ति बहल का कानून के शिकंजे से दूर रहना कई सवाल खड़े करता है। ऐसे में यदि उसके पति संजय भाटी की बात की जायें तो जब वह पकड़ में आ गया तो उसकी पत्नी इतनी शातिर कैसे निकल गयी कि आज तक उसका पता ही नहीं चल पा रहा है। फिलहाल इस पर अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं है और न ही कोई आन रिकार्ड और आफ रिकार्ड इस पर बोलना ही चाहता है। सूत्रों की मानें तो यह घोटाले की असली मास्टर माइंड तो दीप्ति बहल ही थी, कुछ लोगों का यह भी कहना है कि वह नेपाल के रास्ते किसी दूसरे देश को फरार हो चुकी है और उसकी लोकेशन को ट्रेस करना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है।

RELATED ARTICLES

जम्मू मेल में मृत मिले युवक की शिनाख्त

अलीगढ़। जम्मू मेल में मृत अवस्था में मिले युवक के शव की शिनाख्त हो गई है। वह जम्मू कश्मीर के ऊधमपुर जिले का रहने...

पुलिस भर्ती में पास हुए 374 अभ्यर्थियों काे नियुक्ति पत्र के लिए आठ बसों से लखनऊ किया गया रवाना

374 आरक्षी नियुक्ति पत्र के लिए लखनऊ रवाना | गृहमंत्री और मुख्यमंत्री देंगे नियुक्ति पत्र | गर्मी में पानी और किट की व्यवस्था की गई | मीरजापुर।...

भीषण गर्मी में ओवरहीट हो रहे ट्रांसफार्मरों पर लगे कूलर भी बेअसर, बिजली की आवाजाही से लोग बेहाल

बार-बार हो रही ट्रिपिंग, ओवरलोडिंग से बढ़े फाल्ट भीषण गर्मी में बिजली की आवाजाही से लोग बेहाल फर्रुखाबाद। जिले में 41 उपकेंद्रों से शहर व ग्रामीण...

Latest Articles