नई दिल्ली। ट्विटर ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी वेबसाइट से जुड़े अकाउंट को हैक कर लिया गया था जिसे बाद में ठीक कर दिया गया। ट्विटर के प्रवक्ता ने ईमेल के जरिए जारी किए बयान में कहा, हमें इस गतिविधि की जानकारी है और हमने हैक किए गए अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए कदम उठाए हैं। हम सक्रियता से स्थिति की जांच कर रहे हैं। इस वक्त, हमें अन्य किसी अकाउंट के प्रभावित होने की जानकारी नहीं है।
अपना अकाउंट सुरक्षित रखने के लिए आप आवश्यक जानकारी देख सकते हैं। हैक किए गए अकाउंट के करीब 25 लाख फॉलोअर हैं। खबरों के मुताबिक प्रधानमंत्री की निजी वेबसाइट के टिवटर अकाउंट को हैक करने के बाद, साइबर अपराधी ने इस पर क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल कर कोविड-19 के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में दान देने का अनुरोध करने संबंधी पोस्ट डाली थी।
एक अन्य संदेश में कहा गया, हां, यह अकाउंट जॉन विक ने हैक किया है, हमने पेटीएम मॉल हैक नहीं किया है। इससे पहले 30 अगस्त को, साइबर सुरक्षा की कंपनी साइबल ने दावा किया था कि पेटीएम की ई-कॉमर्स इकाई, पेटीएम मॉल में डेटा उल्लंघन संबंधी घटना के लिए हैकर समूह जॉन विक जिम्मेदार है। ट्विटर ने गुरुवार को यह भी कहा कि उसकी जांच के मुताबिक, हालिया हमला ट्विटर प्रणाली या सेवा के असुरक्षित होने की वजह से नहीं हुआ है।
ट्विटर ने कहा कि फिलहाल इस बात के कोई संकेत या सबूत नहीं है कि इस अकाउंट को हैक किए जाने और जुलाई में हुई घटना में कोई संबंध है। जुलाई में, जेफ बेजोस, बराक ओबामा, बिल गेट्स, एलन मस्क और अन्य हाई-प्रोफाइल उपयोगकर्ताओं के अकाउंट में भी सेंध लगाई गई थी।
अपने ब्लॉग पर 30 जुलाई को दी गई जानकारी में ट्विटर ने कहा था कि हैकरों ने उसकी आंतरिक प्रणाली तक पहुंचने और उसकी प्रक्रियाओं की सूचना जुटाने के लिए कुछ कर्मचारियों की जानकारियों का इस्तेमाल किया। कंपनी ने कहा कि था कि हैकरों ने 130 ट्विटर अकाउंटों को निशाना बनाया था जिसमें से 45 से ट्वीट किए गए, 36 के डीएम इनबॉक्स तक पहुंच बनाई और सात अकाउंटों के ट्विटर डेटा को डाउनलोड किया गया।