लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि समाज के वंचित वर्ग को आगे बढ़ाने के बाबा साहेब आंबेडकर के सपने की दिशा में असली काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं और हम उस काम को आगे बढ़ा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को डॉ. आंबेडकर प्रिय योगी आदित्यनाथ सम्मान से सम्मानित किया गया।
डॉ. आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में यह सम्मान बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर महासभा ट्रस्ट द्वारा उन्हें प्रदान किया गया है। इस अवसर पर उन्हें डॉ. आंबेडकर की 3 फिट उंची प्रतिमा भी भेंट की गई। उक्त सम्मान देते हुए आंबेडकर महासभा ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सभी कार्यालयों, सरकारी विद्यालयों में आंबेडकर की तस्वीर लगाने के आदेश दिए थे। इससे पूरा प्रदेश आंबेडकर मय हो गया। डॉ. आंबेडकर और कमजोर वर्गों के प्रति मुख्यमंत्री के विशेष लगाव को देखते हुए ही उन्हें आंबेडकर प्रिय सम्मान से सम्मानित किया गया है।
डॉ. आंबेडकर महासभा के अनुरोध पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में घोषणा की कि डॉ. आंबेडकर अस्थि कलश भवन को भव्य समारक के रूप में बनाया जाएगा, जिसमें आॅडिटोरियम, पुस्तकालय समेत अन्य कई सुविधाएं होंगीं। उन्होंने इसकी कार्ययोजना तैयार करने की बात कही है। योगी ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने बाबासाहेब आंबेडकर के चेताने के बावजूद 1952 में संविधान में धारा 370 जोड़ी। उन्होंने कहा, बाबा साहेब ने कहा था कि धारा 370 देश के अंदर विभाजनकारी तत्वों को सिर उठाने का अवसर प्रदान करेगी और जैसे भी हो इसे समाप्त करना चाहिए। उनकी बात सही साबित हुई।
प्रधानमंत्री मोदी ने धारा 370 हटाई और यही बाबा साहेब को सच्ची श्रद्धांजलि है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा, वंचित वर्ग के हित में असली काम तो मोदी ने किया। हम उसे आगे बढ़ा रहे हैं। अब तक 28 लाख प्रधानमंत्री आवास, 2.61 करोड़ शौचालय, 1.16 करोड़ लोगों को नि:शुल्क बिजली और 1.46 करोड़ परिवारों को मुफ्त रसोई गैस के कनेक्शन दिये जा चुके हैं। डॉ. आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर डॉ. आंबेडकर महासभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाज के सबसे वंचित तबके के हित के लिए आजादी के वायदे तो बहुत हुए, पर ईमानदारी से काम नहीं हुआ। अगर काम हुआ होता तो अब तक सामाजिक-आर्थिक असमानता काफी हद तक दूर हो गयी होती।
दरअसल वायदा करने वालों को ऐसा कोई इरादा ही नहीं था। ये वही लोग थे, जिन्होंने उस संविधान की हत्या की, जिसके शिल्पी डॉ. आंबेडकर थे। संविधान का अपमान करने वाले आज खुद अपने वजूद के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सरकार आंबेडकर के नाम पर स्मारक बनाना चाहती है। उन्होंने डॉ. आंबेडकर महासभा से अपील की कि वह समाज के युवा उद्यमियों की पहचान करे। इन उद्यमियों को एक-एक करोड़ रुपये का ऋण मुहैया करवाए। प्रदेश में बैंकों की करीब 18,000 शाखाएं हैं। अगर हर शाखा ऐसे एक पुरुष और महिला उद्यमी को स्वावलंबी बनाने में मदद करे, तो आर्थिक और सामाजिक समानता में बहुत मददगार होगी।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि समाज के लिए आंबेडकर का मूल मंत्र शिक्षा था। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे शिक्षित बनें, लक्ष्य तय कर परिश्रम करें। मंजिल पाने से आपको कोई रोक नहीं सकेगा।