लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 41 जिलों से अब तक 550 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। रविवार को प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 480 मामले थे, यानि सोमवार शाम तक 67 नए मामले सामने आये हैं। प्रमुख सचिव चिकित्सा और स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि जिलों की संख्या में कोई वृद्धि नहीं हुई है।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता में प्रमुख सचिव ने बताया कि क्लस्टर कन्टेनमेंट की एक्सरसाइज चल रही है, इसके अंतर्गत हॉटस्पॉट डिफाइन करके जहां कोई पॉजिटिव है या जो भी पॉजिटिव के कॉन्टैक्ट्स में हैं या जिनमें ऐसे कोई लक्षण हैं उनको फैसिलिटी क्वारंटाइन में रखा गया है।
पीलीभीत में कोई भी कोरोना का एक्टिव केस नहीं : अमित मोहन प्रसाद
प्रसाद ने कहा कि 550 मरीजों में से 47 पूरी तरह से स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। सबसे उत्साहवर्धक समाचार यह है कि पीलीभीत जनपद से 2 केस सामने आए थे जिसके बाद कोई नया केस नहीं आया। आज पीलीभीत का दूसरा मरीज भी विसंक्रमित होकर डिस्चार्ज हो गया है। प्रथम मरीज, जो एक महिला थीं वह पहले ही विसंक्रमित होकर डिस्चार्ज हो चुकी हैं। अब पीलीभीत जिले में कोई भी कोरोना का एक्टिव केस नहीं है। इस समय पीलीभीत पूरी तरह से कोरोना संक्रमण से मुक्त है। इसके लिए वहां की मेडिकल टीम और प्रशासनिक टीम को हम लोग साधुवाद देते हैं।
सैंपल टेस्टिंग की संख्या पहले से काफी बढ़ी
प्रमुख सचिव ने कहा कि सैंपल टेस्टिंग की संख्या प्रदेश में पहले से काफी बढ़ गई है। प्रतिदिन 2,000 के करीब सैम्पल्स विभिन्न प्रयोगशालाओं में भेजे जा रहे हैं, कल प्रदेश में सबसे ज्यादा 1,980 सैम्पल्स की टेस्टिंग हुई है। आज से हेल्पलाइन नंबर- 1800-180-5145 के जरिए टेलीकंसल्टेशन की सुविधा आरम्भ कर दी गई है। कई लोगों ने कॉल करके डॉक्टर्स से कंसल्टेशन भी किया है।
उन्होंने बताया कि आईसीएमआर से उत्तर प्रदेश को पूल टेस्टिंग की भी अनुमति मिल गई है, अब हम प्रदेश में पूल टेस्टिंग भी करने जा रहे हैं। इसमें कई सैम्पल्स को एक साथ टेस्ट किया जाता है। इसके अंतर्गत अगर 10 सैम्पल्स को चेक करने पर टेस्ट निगेटिव आते हैं तो माना जाता है कि सभी सैम्पल्स संक्रमण मुक्त हैं और अगर इसमें संक्रमण निकलता है तो इन सैम्पल्स की जांच अलग-अलग करनी पड़ती है।
पूल टेस्टिंग करने वाला उत्तर प्रदेश होगा पहला राज्य
प्रसाद ने कहा कि इससे स्क्रीनिंग का काम तेज हो जाता है। इसका प्रोटोकॉल तय हो रहा है, मंगलवार से इस पर भी कार्य प्रारम्भ किया जाएगा। उत्तर प्रदेश पूल टेस्टिंग करने वाला देश का पहला राज्य होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना के मरीज या उनके ट्रीटमेंट के दौरान हेल्थकेयर स्टाफ इंफेक्ट न हो, इसके लिए ‘इंफेक्शन प्रिवेंशन प्रोटोकॉल’ का डीटेल्ड गाइडेंस नोट सोमवार को जारी कर दिया गया है। आज शाम 4 बजे से 6 बजे के बीच जो जिले मुख्य रूप से कोरोना से प्रभावित हैं वहां की समस्त मेडिकल टीम के सदस्यों की ट्रेनिंग करवाई जा रही है। ताकि लोगों को बिना किसी समस्या के और मेडिकल टीम के बिना संक्रमित हुए बेहतर इलाज हो सके।