वॉशिंगटन। दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 66 लाख 07 हजार 825 हो गया है। इस दौरान कुल 31 लाख 93 हजार 394 लोग स्वस्थ हुए। 3 लाख 88 हजार 575 लोगों की मौत हो चुकी है। उत्तरी अमेरिका में संक्रमण के 21 लाख 52 हजार 332 मामले हो गए हैं। यहां सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका में 19 लाख से ज्यादा केस हैं, जो कुल मामलों का 88% है। इससे पहले यूरोप में सबसे ज्यादा लोग संक्रमित थे। लेकिन, अब धीरे-धीरे वहां मामले कम हो रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि अगर कोरोना की वैक्शीन बनती है तो वह हर जगह और सबके लिए मौजूद हो। न्यूजीलैंड 15 जून को कोविड महामारी के खात्मे के दिन के रूप में बनाएगा। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि देश में 13 दिन से कोरोनावायरस का कोई नया मामला नहीं सामने आया है। वहीं, रूस की सीमा से सटे एक चीनी शहर मुदानजियांग की पूरी आबादी का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। यहां की कुल आबादी 28 लाख है। पिछले हफ्ते यहां 15 बिना लक्षण वाले मरीज मिले थे।
इसके साथ ही यह कोरोना का एपिसेंटर रहे वुहान के बाद दूसरा शहर होगा, जहां पूरी आबादी का टेस्ट किया जाएगा। वहीं, रूस में 24 घंटे में 8831 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 169 लोगों की मौत हुई है। देश में संक्रमण के मामले अब 4.41 लाख से ज्यादा हो गए हैं। वहीं, अब तक 5384 लोगों की जान जा चुकी है। अमेरिका और ब्राजील के बाद यह सबसे संक्रमित देश है। उधर, पाकिस्तान में संक्रमितों की संख्या 85 हजार 264 हो गई है। यहां भी मरीजों की संख्या चीन से ज्यादा हो गई है। संक्रमण के मामले में यह 17वां सबसे प्रभावित देश बन गया है। वहीं, चीन में अब तक 83 हजार 22 मामले हो चुके हैं।
इस बीच, महामारी का एपिसेंटर अब दक्षिण अमेरिका बनता जा रहा है। महाद्वीप में अब तक संक्रमण के 9 लाख 86 हजार से ज्यादा मामले मिल चुके हैं। यहां सबसे ज्यादा संक्रमित देश ब्राजील है, जहां 5 लाख 84 हजार से ज्यादा केस हैं। यह कुल आंकड़ों का 59% है। वहीं, द.अमेरिका में अब तक 44 हजार 319 मौतें हुई हैं, जबकि ब्राजील में केवल 32 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, अमेरका में बुधवार को 20 हजार से ज्यादा मरीज मिले हैं, जबकि 1083 लोगों की जान गई है। यहां देशभर में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के विरोध में प्रर्दशन जारी है। इसकी वजह से संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। देश में अब तक 19 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं।
वहीं, 1 लाख 9 हजार 176 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, ब्रिटेन आने वाले यात्रियों को 14 दिन तक आइसोलेशन में रहना होगा। वहीं, नियम तोड़ने पर 95 हजार रुपए (1000 पाउंड) जुमार्ना या जेल हो सकती है। गृह मंत्री प्रीति पटेल ने बुधवार को इस बात की पुष्टि की। सरकार के इस फैसले को कुछ एयरलाइंस कंपनियों ने बेकार बताया है। वहीं, यहां एक दिन में 359 लोगों की जान गई है और 1871 मरीज मिले हैं। यहां मौतों का कुल आंकड़ा 39 हजार 728 हो गया है। वहीं, दो लाख 79 हजार 856 संक्रमित हैं। वहीं, ब्राजील में 24 घंटे में 1349 लोगों ने दम तोड़ा है। यह दक्षिण अमेरिका का सबसे प्रभावित देश है। यह मरने वालों का कुल आंकड़ा 32 हजार 602 हो गया है, जबकि 5 लाख 87 हजार 17 लोग संक्रमित हो चुके हैं।
अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा मरीज यही हैं। वहीं, मैक्सिको में 24 घंटे में 1092 लोगों की जान गई है और 3912 नए मामले मिले हैं। एक दिन पहले यहां 470 मौतें हुई थीं। देश में संक्रमितों का आंकड़ा एक लाख से ज्यादा हो गया है। वहीं, अब तक 11 हजार 729 लोगों की मौत हो चुकी है। उधर, स्पेन में संसद ने देश में लागू लॉकडाउन को छठी और अंतिम बार बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। संसद के निचले सदन स्पैनिश कांग्रेस में लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने के प्रस्ताव पर मतदान हुआ। 177 सदस्यों ने पक्ष में वोट डाला, जबकि 155 ने विरोध किया।
प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने कहा कि लॉकडाउन को 21 जून तक बढ़ाने का फैसला किया गया है। इसे अंतिम बार बढ़ाया जा रहा है। उधर, ऑस्ट्रिया गुरुवार से इटली को छोड़कर अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ अपनी सीमाएं खोलेगा। विदेश मंत्री ने कहा कि इटली में अब भी संक्रमण के मामले ज्यादा हैं, इसलिए अभी वहां के यात्रियों को आने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने यह भी कहा कि वह जल्द से जल्द इटली के साथ सीमा खोलना चाहता है। उधर, वैज्ञानिकों ने बुधवार को कहा कि संक्रमित होने के बाद मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के इस्तेमाल से इसे नहीं रोका जा सकता है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हमेशा से इसे इलाज के लिए कारगर बताते रहे हैं, लेकिन क्लिनिकल ट्रायल के नतीजे आने के बाद वैज्ञानिकों ने कहा कि इससे संक्रमण रोकने में मदद नहीं मिलती है। अमेरिका और कनाडा के 821 लोगों पर इसका टेस्ट किया गया था।