लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार को प्रदेश के 75 जिलों में पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 263 नए मामले आये हैं। नए मामलों के साथ प्रदेश में संक्रमितों की कुल संख्या 5778 हो गयी है। प्रदेश में अब तक इस महामारी से 138 लोगों की मौत हो चुकी है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि ने प्रदेश के 73 जिलों में 2243 एक्टिव केस हैं। अब तक 3238 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ्य हो कर डिस्चार्ज किये जा चुके हैं। गुरुवार को 7249 सैंपलों की टेस्टिंग की गयी। इसके साथ 928 पूल टेस्ट किये गये। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कन्ट्रोल रूम से काॅल किया जा रहा है। अब तक कुल 29,010 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गयी है। इसके जरिए लोगों को सतर्क किया जा रहा है और यह सलाह दी जा रही है। अगर किसी को कोई लक्षण प्रतीत होते हैं तो हेल्पलाइन नम्बर 1800 180 5145 पर सम्पर्क करें। हेल्पलाइन पर विशेषज्ञ, लक्षणों के आधार पर सलाह देते हैं।
प्रमुख सचिव ने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा प्रवासी कामगारों के घर पर जाकर सम्पर्क कर उनके लक्षणों का परीक्षण कर रही हैं, जिसके आधार पर ज़रुरत के हिसाब से प्रवासी श्रमिकों का सैंपल इकट्ठा कर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 6,58,982 प्रवासी श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया। इनमे से 764 लोगों में संक्रमण का कोई न कोई लक्षण पाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रवासियों की लगातार ट्रैकिंग की जा रही है।
प्रसाद ने कहा कि प्रवासियों में संक्रमण का ज़्यादा प्रतिशत मिल रहा है। ऐसी स्थिति में ग्राम और मोहल्ला निगरानी समितियों की एक बड़ी भूमिका उनको क्वारंटाइन में रखने का और उनकी लगातार निगरानी करने का। ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है।
उन्होंने इन निगरानी समितियों से अपील किया कि होम क्वारंटीन किये गये लोगों के घर पर क्वारंटीन अवधि की तिथि सहित पोस्टर अवश्य लगाएं और क्वारंटीन किये गये लोगों का निर्धारित अवधि के लिए क्वारंटीन किया जाना सुनिश्चित कराएं। अब तक 87,141 निगरानी समिति के माध्यम से 69,78,009 घरों में रह रहे 3,49,20,368 लोगों से सम्पर्क किया गया है। उन्होंने बताया कि 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों में कोरोना संक्रमण दर 9 प्रतिशत से घटकर 6.5 प्रतिशत रह गई है।
प्रमुख सचिव ने कहा कि कोरोना संक्रमण से फैलता है और किसी को भी हो सकता है। यदि कोई व्यक्ति संक्रमित होता है तो उसके प्रति किसी प्रकार की कोई दुर्भावना न रखें बल्कि उन्हें अस्पताल जाने के लिए प्रेरित करें। साबुन, पानी से हाथ धोते रहें, मुंह और नाक को मास्क, रूमाल, दुपट्टे या गमछे आदि से ढक कर रखें, साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग (2 गज की दूरी) का पालन करें, इस समय यह बहुत ज़रूरी है। घर से बिना ज़रुरत न निकलें। संक्रमण से बचाव ही एक मात्र रास्ता है, इस पर सभी लोगों को ध्यान देना चाहिए। साथ ही बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं या जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी जैसे डायबिटीज, कैंसर, किडनी आदि की बीमारी है तो इन लोगों से दूर रहें ताकि इन्हें किसी प्रकार का संक्रमण न होने पाए।